Tejpatta ki kheti (Bay Leaf Farming in hindi): तेजपत्ता की खेती (Bay Leaf Cultivation) को मसाले वाले खेती के रूप में जाना जाता है. तेजपत्ता की खेती को व्यवसायिक दृष्टि से देखा जाये तो किसनो के लिए फायदे का सौदा हो सकती है. क्योकि तेजपत्ता की मांग पुरे विश्व में रहती है. तेजपत्ता की खेती (tejpatta ki kheti) कम मेहनत और कम लगत वाली है जिससे अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. अगर किसान तेजपत्ता की खेती (Tejpatta Cultivation in India) करना चाहते है तो वे इस आर्टिकल को पूरा पढें क्योकि इस लेख में तेजपत्ता की खेती के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखा चाहिए इसकी पूरी जानकारी दी जा रही है. आइये जानते है तेजपत्ता की खेती कैसे करे है? जाने Tej Patta ke Fayde

तेजपत्ता की खेती – Tejpatta ki kheti
तेजपत्ता की खेती को करना अन्य खेतियो के मुकबले बहुत आसान है क्योकि इसको एक बार लगने के वर्षों तक कमाई की जा सकती है. तेजपत्ता की खेती से अच्छी पैदावार कैसे ली जा सकती है इसके लिए हम आपको तेजपत्ता की खेती कब और कैसे करनी चाहिए, तेजपत्ता बोने का सही समय क्या है? और तेजपत्ता की उन्नत किस्म कौन सी है? आदि की जानकरी आपको बताने जा रहे ताकि आप भी तेजपत्ता की खेती से अच्छी कमाई कर सकें.
तेजपत्ता की खेती की पूरी जानकरी – Tejpatta Farming in Hindi
तेजपत्ता की उन्नत खेती कैसे करें? इसकी सम्पूर्ण जानकारी नीचे दी गई है.
तेजपत्ता की खेती के लिए जलवायु (Climate Required for Bay Leaf Farming)
तेजपत्ता की खेती के लिए उष्ण तथा हल्की ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है.
तेजपत्ता की खेती के लिए भूमि का चयन – Soil Requirement for Bay Leaf Farming
तेजपत्ता के पौधों को ऊसर और पथरीली भूमि पर उगाया जाता है. तेजपत्ता की खेती के लिए पी एच मान 6-8 के बीच होना चाहिए. कार्बनिक पदार्थों से युक्त भूमि पर अच्छी पैदावार हो सकती है.
तेजपत्ता के लिए खेत की तैयारी – Land Preparation in Bay Leaf Farming
तेजपत्ता पौधरोपण के लिए खेत की अच्छे से गहरी जुताई मिट्टी को भुरभुरा और समतल कर लें तक खेत से खरपतवार नष्ट हो जाये. खेत से उचित जल निकासी की व्यवस्था करें. पौधरोपण के लिए 4×6 मीटर पर गड्ढो खोद लें.
तेजपत्ता की रोपाई का समय
तेजपत्ता के पौधों की रोपाई जून – जुलाई महीने में की जाती है.
तेजपत्ता की रोपाई का तरीका
तेजपत्ता की रोपाई 2-विधि से की जाती है 1- सीधे बीज द्वारा 2- पौध द्वारा. तेजपत्ता को सीधे बीज द्वारा उगना बहुत कठिन और अधिक समय लेने वाला प्रोसेस है जिससे पैदावार पर इसका असर होता है. इसलिए किसी मान्यता प्राप्त नर्सरी से पौधे खरीद कर रोपाई कर दें. आप अपने यह भी कलम लगाकर इसके पौधे तैयार कर सकते है.
खेत में तैयार गड्डों की सतह पर मिट्टी व खाद या कम्पोस्ट के मिश्रण को भर कर 50 से.मी. गहराई में पौधों को लगाकर तुरंत पौधों में पानी डालें. जून-जुलाई महीनें में नर्सरी या डालियों से पौध को इन गड्ढो में रोपा जाता हैं
तेजपत्ता के लिए खाद एवं रासायनिक उर्वरक – Manures and Fertilizers in Bay Leaf Farming
तेजपत्ता के अच्छे विकास के लिए 20-25 किलो गोबर की खाद, 20 ग्राम नाइट्रोजन, 18 ग्राम फास्फोरस तथा 25 ग्राम पोटाश के मिश्रण को प्रति पौधा के लिए जरुरी है. उर्वरक की मात्रा को समान मात्रा में बाटकर एक भाग को सितम्बर-अक्टूबर महीने तथा दूसरे भाग को गोबर खाद की पूरी मात्रा के साथ मई-जून माह में देना चाहिए. खाद एवं उर्वरक की मात्रा प्रत्येक साल आवश्यकतानुसार बढ़ा दें.
खरपतवार नियंत्रण – Weed Control in Bay Leaf Farming
खरपतवार नियंत्रण फसल की आवश्यकतानुसार निराई-गुड़ाई करते रहना चाहिए.
तेजपत्ता के पौधों की सिंचाई (Irrigation in Bay Leaf Farming)
तेजपत्ता के पौधों की रोपाई के तुरंत बाद सिचाई कर देनी चाहिए. इसके बाद आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहे.
तेजपत्ता में कीट एवं रोग (Weed Control in Bay Leaf Farming)
तेजपत्ता के पौधों में पर कम कीट और रोग लगे है जो रोग कर कीट लगते है उनमें से एफिड्स, हार्ड शैलेड स्केल, माईट्स आदि है. इनके नियंत्रण के लिए पौधों को कटाई छटाई करते रहना चाहिए.
तेजपत्ता के पौधों की कटाई छटाई – Pruning Bay Leaves Farming
तेजपत्ता के पौधों की समय समय पर कटाई-छटाई आवश्यक होती है जिससे पौधों का विकास अच्छी तरह होता है.
तेजपत्ता की तुड़ाई – Harvesting in Bay Leaf Farming
तेजपत्ता का पौधा वर्ष भर पैदावार देता रहता है. जिससे किसानो की कमी अच्छी हो जाती है.
तेजपत्ता के पौधों से पैदावार (Yield of Bay Leaf)
तेजपत्ता से पैदावार की बात करे तो करीब 6 टन पत्तियां प्रति हेक्टेयर पैदा हो जाती है.
भारत में तेजपत्ता के लिए स्थानीय नाम (Local names for Bay Leaf in India)
Tej patta (Hindi), Biryani aaku (Telugu), Birinji illai (Tamil), Palaav yele (Kannada),Karuva Ella (Malayalam),Tamal patra (Gujarati), Tamal patra (Marathi), Tej Pata (Bengali), Tejapata (Punjabi), Tejapatra (Oriya).
तेजपत्ता की खेती कहाँ होती है ? (Where is bay leaf cultivated?)
भारत में तेज़ पत्ता की खेती उत्तर प्रदेश, बिहार, केरल, कर्नाटक के अलावा उतरी पूर्वी भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है. भारत के अलावा पत्ता की खेती रूस, फ्रांस, इटली, भारत,बेल्जियम, उत्तर अमेरिका और मध्य अमेरिका में की जाती है.
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