• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
krishi-disha

  • सरकारी योजनाएं
  • बिजनेस
  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • बागवानी
  • मशीनरी
  • गैजेट्स
  • सरकारी जॉब्स
  • हेल्थ टिप्स
कृषि दिशा / खेती-बाड़ी / Turmeric Farming: हल्दी की खेती (Haldi ki Kheti) कैसे करे जाने पूरी जानकारी

Turmeric Farming: हल्दी की खेती (Haldi ki Kheti) कैसे करे जाने पूरी जानकारी

By: Sanjay Sharma | Updated at:17 January, 2023 google newsKD Facebook

Haldi ki Kheti (Turmeric Cultivation): हल्दी का बड़े पैमाने इस्तेमाल होने से इसकी डिमांड बाजार में लगातार बनी हुई होने की वजह से हल्दी की खेती (haldi ki kheti) करना किसानो के लिए फायदे का सौदा है. हल्दी की खेती (Haldi Farming) से करीब 100 से 150 क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार लेकर इससे से अच्छी कमाई की जा सकती है. भारत में हल्दी की खेती (Turmeric Farming in India) आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिमी बंगाल, कर्नाटक, केरल आदि राज्यों व्यापक स्तर पर की जा रही है. अगर आप भी हल्दी की खेती करना चाहते है तो आप इस आर्टिकल के जरिये इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते है. जाने Haldi ke Fayde

Turmeric Farming
हल्दी की खेती (Haldi ki Kheti)

हल्दी की खेती कैसे करें- Haldi ki Kheti in Hindi

हल्दी की खेती कब और कैसे करे? इससे सम्बंधित पूरी जानकरी नीचे दे गई है.

हल्दी की प्रमुख किस्में (Varieties of Turmeric)

भारत में हल्दी की लगभग 30 किस्में पाई जाती है इनमें लकाडोंग, अल्लेप्पी, मद्रास, इरोड, सांगली, सोनिया, गौतम, रश्मि, सुरोमा, रोमा, कृष्णा, गुन्टूर, मेघा, सुकर्ण, कस्तूरी, सुवर्णा, सुरोमा और सुगना, पन्त पीतम्भ आदि प्रमुख किस्में हैं

हल्दी की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु (Suitable Climate for Turmeric Cultivation)

हल्दी को उष्णकटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है इसकी खेती के लिए 20 से.ग्रे. से कम तापमान अच्छा माना जाता है. अच्छी वर्षा वाले गर्म और आर्द्र क्षेत्र इसकी खेती के लिए उपयुक्त माना गया है.

यह भी पढ़ेंः  Gerbera Cultivation: जरबेरा की खेती (Gerbera Farming) से कम लागत में कमाएं अच्छा मुनाफा

हल्दी की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी (Suitable Land for Turmeric Cultivation)

हल्दी की खेती (haldi ki kheti) को सभी तरह की मिट्टी में की जा सकती है. परन्तु उर्वराशक्ति से भरपूर दोमट, जलोढ़ और लैटेराइट मिट्टी सबसे बढ़िया मानी जाती है. इसकी खेती के लिए मिट्टी का पी.एच. मान 5 से 7.5 के बीच होना चाइये.

हल्दी की खेती के लिए भूमि की तैयारी

हल्दी की बुवाई के लिए खेत की मिट्टी को भुरभुरी और समतल करने के बाद उसमें अपनी सुविधानुसार बैड बना लें. सामान्यतः बैड 15 सेमी ऊँचे, 1 मीटर चौड़े और बैड से बैड की दूरी 50 सेमी पर तैयार कर लें. इसके अलावा हल्दी की बुवाई मेड या क्यारियों में कर सकते है. मेड बुवाई के लिए मेड से मेड की दूरी 45-60 सेमी और पौधों के बीच 15-20 सेमी रखनी चाहिए.

हल्दी की बुवाई के बीज की मात्रा (Seed Quantity for Turmeric Cultivation)

हल्दी की खेती (haldi farming) के लिए 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से बीज की की आवश्यकता होती है. मिश्रित फसल के लिए 4-6 क्विंटल प्रति एकड़ बीज पर्याप्त होता है. हल्दी की बुवाई के लिए 7-8 सेंटीमीटर लंबाई वाले कंद का चुनाव करें जिसमें कम से कम दो आंखे होनी चाहिए.

बुवाई से पहले बीज को उपचारित कैसे करें

प्रति लीटर पानी में 2.5 ग्राम थीरम या मैंकोजेब का घोल बनाकरबुवाई से पहले हल्दी के बीज को 30 से 35 मिनट तक भिगोकर रखें फिर उसको छांव में सूखा कर बुआई कर दें.

यह भी पढ़ेंः  कद्दू की खेती (Kaddu ki Kheti)-कैसे करे जाने विस्तार से जानकारी

हल्दी की बिजाई का समय

हल्दी की बिजाई जलवायु, क़िस्म एवं सिंचाई सुविधा पर भी निर्भर करती है लेकिन हल्दी की बिजाई का सबसे उपयुक्त समय 15 मई लेकर 15 जून तक है.

हल्दी की बुवाई का तरीका

हल्दी को तैयार खेत में बुवाई कर दें. बुवाई के समय कतार से क़तर की दूरी 30 सेंटीमीटर कंद से कंद की दूरी 20 सेंटीमीटर रखें. कंद की गहराई 20 सेंटीमीटर से अधिक न अन्यथा उपज पर फ़र्क़ पड़ सकता है.

हल्दी की फसल में सिंचाई की आवश्यकता

हल्दी की सिचाई मिट्टी और जलवायु पर भी निर्भर करती है. हल्दी की फसल को कम सिचाई की आवश्यकता पड़ती है.
गर्मी के मौसम में हल्दी की सिचाई 7-8 दिनों के अंतराल पर करनी चाहिए तथा ठण्ड के मौसम में 15-16 दिन के अंतर पर सिचाई करनी चाहिए. बारिस के मौसम में आवश्यकतानुसार सिचाई करें. फसल से जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए.

हल्दी की फसल में उर्वरक प्रबंधन

हल्दी की फसल से अच्छी पैदावार और उच्च गुणवत्ता फसल बनाने के लिए खाद और उर्वरक को उचित मात्रा में देना चाहिए. खेत तैयारी के समय 4-5 टन/एकड़ की दर से गोबर की खाद डालें. रासायनिक उर्वरक के तौर एक हेक्टर खेत के लिए 100 किलो ग्रा नाइट्रोजन, 50 किलो ग्रा फास्फोरस (स्फूर), 100 किलो ग्रा पोटाश, 20 किलो ग्रा. जिंक सल्फेट की आवश्यकता होती है. जिसमें नाइट्रोजन की मात्रा को तीन बराबर भागों में बाँट कर एक बुवाई के समय दूसरा भाग बुवाई के करीब 40 से 45 दिन बाद तथा तीसरा भाग 80 से 90 दिन बाद दे सकते है.

यह भी पढ़ेंः  पालक की खेती (Palak ki Kheti) वैज्ञानिक तरीके से कैसे करें | Spinach Farming in Hindi

हल्दी की फसल में खरपतवार नियंत्रण

हल्दी की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए समय समय पर आवश्यकतानुसार निराई-गुड़ाई करें.

हल्दी में लगने वाले कीट और रोग नियंत्रण (Pests and Disease Control of Turmeric Plants)

हल्दीकी फसल में कंद मक्खी, तना भेदक, बारुथ, कंद सड़न, पर्णचित्ती आदि कीट और रोग का प्रकोप रहता है. इसके निदान के लिए आप अपने यहाँ के कृषि विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते है.

हल्दी की खुदाई

आमतौर हल्दी की खुदाई जनवरी से मार्च-अप्रैल तक होती है. अगेती किस्में 7-8 महीनों में और मध्यम किस्में 8-9 महीनों में पक तैयार हो जाती है. जब फसल की पत्तियॉँ पीली पड़ने लगे और सूखने लगे तो समझ लेना चाहिए की फसल कटाई के लिए तैयार है.

अगर आपको Turmeric Cultivation in India (Turmeric Farming in Hindi) से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.

यह भी पढें

AOC Tradesman and Fireman Recruitment 2023 | एओसी ट्रेड्समैन और फायरमैन भर्ती 2023
South Indian Bank Clerk Recruitment 2023 | साउथ इंडियन बैंक क्लर्क भर्ती 2023
पालक के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Spinach Eating Benefits and Side Effects in Hindi
चिचिण्डा के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Snake Gourd Eating Benefits and Side Effects in Hindi
सेब के जूस के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Apple Juice Drinking Benefits and Side Effects in Hindi
मछली के तेल के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Fish Oil Eating Benefits and Side Effects in Hindi

खेती-बाड़ी, बागवानी, मशीनरी, महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं से सम्बंधित विश्वसनीय समाचार सबसे पहले कृषि दिशा पर पढें.
Last Modified: 18 January, 2023 4:56 AM

पोस्ट से संबंधित आर्टिकल

Malabar Neem Farming
Malabar Neem Farming: मालाबार नीम की खेती कब और कैसे करे जाने पूरी जानकरी
Bathua ki Kheti
Bathua Farming: बथुआ की खेती किस महीने की जाती है जाने पूरी जानकारी
Kali Mirch ki Kheti
Black Pepper Farming: काली मिर्च की खेती कब और कैसे करें जाने पूरी जानकारी
Elaichi ki Kheti
इलायची की खेती (Elaichi ki Kheti)-रोपण, देखभाल, कटाई की जानकारी
Alsi ki Kheti
अलसी की खेती (Alsi ki Kheti) कैसे करें इसकी पूरी जानकारी यहाँ पढें
Isabgol ki kheti
ईसबगोल की खेती (Isabgol ki Kheti) कैसे करे, जाने इसकी पूरी जानकारी

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Fayde aur Nuksan

  • पालक के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Spinach Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    चिचिण्डा के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Snake Gourd Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    सेब के जूस के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Apple Juice Drinking Benefits and Side Effects in Hindi

    मछली के तेल के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Fish Oil Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    ओरेगेनो के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Oregano Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    केले की चाय के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Banana Tea Drinking Benefits and Side Effects in Hindi

    लाल अंगूर के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Red Grapes Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    नारियल दूध के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Coconut Milk Benefits and Side Effects in Hindi

    नीम के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Neem Benefits and Side Effects in Hindi

    च्यवनप्राश के फायदे, नुकसान एवं उपयोग-Chyawanprash Eating Benefits and Side Effects in Hindi

Vegetable Farming

  • Bathua Farming: बथुआ की खेती किस महीने की जाती है जाने पूरी जानकारी

    जुकिनी की खेती (Zucchini Farming) कब और कैसे करें ? जाने इसका पूरा प्रोसेस

    कुंदरू की खेती (Kundru ki Kheti) कैसे करे ? जाने पूरी जानकारी

    शकरकंद की खेती (Shakarkand Ki Kheti) कब और कैसे करें, जानिए इसकी पैदावार

    कटहल की खेती (Kathal ki Kheti) कब और कैसे करे? | Jackfruit Farming in Hindi

    अरबी की खेती (Arbi ki Kheti) करने के सभी तरीके जाने | Taro Farming in Hindi

    सहजन की खेती (Sahjan ki Kheti) कब और कैसे करें-Drumstick Farming in Hindi

    तोरई की खेती (Torai ki kheti) कब और कैसे करे, जाने | Ridge Gourd Farming in Hindi

    टिंडे की खेती (Tinda ki Kheti) करने का वैज्ञानिक तरीका सीखे | Tinda Farming in Hindi

    शलजम की खेती (Shalgam ki Kheti) की सम्पूर्ण जानकारी | Turnip Farming in Hindi

Medicinal & Aromatic Crops

  • Turmeric Farming: हल्दी की खेती (Haldi ki Kheti) कैसे करे जाने पूरी जानकारी

    Malabar Neem Farming: मालाबार नीम की खेती कब और कैसे करे जाने पूरी जानकरी

    Bathua Farming: बथुआ की खेती किस महीने की जाती है जाने पूरी जानकारी

    Black Pepper Farming: काली मिर्च की खेती कब और कैसे करें जाने पूरी जानकारी

    इलायची की खेती (Elaichi ki Kheti)-रोपण, देखभाल, कटाई की जानकारी

    अलसी की खेती (Alsi ki Kheti) कैसे करें इसकी पूरी जानकारी यहाँ पढें

    ईसबगोल की खेती (Isabgol ki Kheti) कैसे करे, जाने इसकी पूरी जानकारी

    चिया सीड्स की खेती (Chia Seeds Cultivation) कैसे करें जाने इसकी पूरी जानकारी

    दालचीनी की खेती (Dalchini ki kheti) वैज्ञानिक तरीके से कैसे करें जाने पूरी जानकारी

    कलौंजी की खेती (Kalonji ki kheti) कब और कैसे करे जाने इसकी पूरी जानकारी

Fruit Farming

  • ड्रैगन फ्रूट के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Dragon Fruit Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    Avocado Cultivation: एवोकैडो की खेती (Avocado Farming) से कमाएं अच्छा मुनाफा

    खुबानी की खेती (Khubani ki Kheti) – किस्में, देखभाल और पैदावार

    खजूर की खेती (Khajoor ki Kheti) कैसे करे, जाने रोपाई की पूरी जानकारी

    शरीफा की खेती (Sharifa Ki kheti): व्यापारिक दृष्टि से भी फायदेमंद है सीताफल की खेती

    अंगूर की खेती (Angoor ki kheti) के लिए उपयुक्त जलवायु, मिट्टी के बारे में पूरी जानकारी

    Kinnow Cultivation: किन्नू की खेती (Kinnow ki Kheti) से किसानो की होगी मोटी कमाई, देश विदेशों में भी भारी डिमांड

    खरबूजे की खेती (kharbuja ki kheti) कब और कैसे करें | Muskmelon Farming in Hindi

    तरबूज की खेती (Tarbooj ki Kheti) कब और कैसे करें | Watermelon Farming in Hindi

    स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry ki kheti) कब और कैसे करें जाने | Strawberry Farming in Hindi

सरकारी योजनाएं

  • PM Awas Yojana
  • Public Provident Fund
  • PM Kisan
  • UP Krishi Upkaran
  • UP Scholarship
  • UP Agriculture
  • Manav Sampada
  • UP Free Tablet Yojana
  • Sukanya Samriddhi Yojana
  • EPF Account
  • NREGA Job Card
  • PM Jan Arogya Yojana

महत्वपूर्ण लिंक

  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • मशीनर
  • हेल्थ टिप्स
  • Gadgets
  • Sarkari Yojana
  • Business Ideas
  • Entertainment
  • Sarkari Result
  • Free Job Alert
  • Education
  • KVK Uttar Pradesh
  • KVK Bihar

Footer

सरकारी योजनाएं

PM Awas Yojana Public Provident Fund
PM Kisan UP Krishi Upkaran
UP Scholarship UP Agriculture
Manav Sampada UP Free Tablet Yojana
Sukanya Samriddhi Yojana EPF Account
NREGA Job Card PM Jan Arogya Yojana

महत्वपूर्ण लिंक

  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • मशीनर
  • हेल्थ टिप्स
  • Gadgets
  • Sarkari Yojana
  • Business Ideas
  • Entertainment
  • Sarkari Result
  • Free Job Alert
  • Education
  • KVK Uttar Pradesh
  • KVK Bihar

संपर्क जानकारी

About Us Contact Us
Follow us
FacebookTwitter
InstagramYou Tube
google news

Copyright © 2023 Krishi Disha All Rights Reservedगोपनीयता नीतिसाइटमैपवापस जाएँ।