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कृषि दिशा / Fruit Cultivation / एवोकैडो की खेती, कब और कैसे करें – All about Avocado Cultivation in Hindi

एवोकैडो की खेती, कब और कैसे करें – All about Avocado Cultivation in Hindi

By: Krishi Disha | Updated at:7 January, 2023 google newsKD Facebook

Avocado ki kheti (Avocado Farming in hindi): एवोकैडो की खेती (Avocado Cultivation) का रकबा भारत में धीरे-धीरे बढ़ रहा है. वर्तमान में समय में भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक में एवोकैडो की व्यावसायिक खेती की जा रही है. भारत का सिक्किम एकमात्र पूर्वोत्तर राज्य है जहां एवोकाडो को सफलतापूर्वक उगाया जा रहा है. अगर आप एवोकैडो की खेती (avocado ki kheti) करके अच्छा मुनाफा कामना चाहते है तो एवोकैडो की खेती कब और कैसे करे? इसकी की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें. जाने Avocado ke Fayde

Avocado Cultivation
एवोकैडो की खेती (Avocado Cultivation)

एवोकैडो की खेती-Avocado ki kheti in Hindi

एवोकैडो की खेती मूल रूप से उत्तरी अमेरिका और मैक्सिको में की जाती है लेकिन अब इसकी खेती दुनिया भर के कई देशों की जा रही है. भारत जो किसान एवोकैडो की खेती करे रहे है वे इसकी बागवानी और नर्सरी से अच्छी पैसा कमा रहे हैं.

एवोकैडो की खेती की पूरी जानकारी – Avocado Farming in Hindi

एवोकैडो की खेती से अच्छी पैदावार कैसे लें? इसके लिए हम आपको एवोकैडो की खेती कब और कैसे करें? एवोकैडो की रोपाई का सही समय क्या है? और एवोकैडो की उन्नत किस्म कौन सी है? आदि की जानकरी आपको बताने जा रहे ताकि आप भी एवोकैडो की खेती से अच्छी कमाई कर सकें.

जलवायु (Climate Required for an Avocado Fruit Farming)

एवोकैडो की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय और अर्ध-उष्णकटिबंधीय नम जलवायु में की जा सकती है. इसकी खेती के लिए 20-30 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान की जरुरत होती है. अगर तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाता है तो इसके पौधे प्रभावित हो सकते है. एवोकैडो की खेती के लिए मिट्टी में 55-60% नमी की आवश्यकता होती है.

यह भी पढ़ेंः  तरबूज की खेती, कब और कैसे करें – All about Watermelon Cultivation in Hindi

मिट्टी का चयन (Soil Requirement for Avocado Fruit Farming)

एवोकैडो की खेती के लिए ख़राब जल निकासी वाली मिट्टी को छोड़कर सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है.इसकी खेत के लिए पीएच मान 5 से 7 के बीच वाली लेटराइट मिट्टी को अच्छी मनन जाता है.

एवोकाडो की प्रमुख किस्में (Varieties of Avocado Fruit)

एवोकाडो की खेती के हिसाब से एवोकाडो की उन्नत किस्में हैस, पोलक, पिंकर्टन, पर्पल, ग्रीन, राउंड पेराडेनिया पर्पल, लॉन्ग, हाइब्रिड, ट्रैप, फुएर्टे, फुएरते आदि है.

खेत की तैयारी (Land Preparation for Avocado Fruit Farming)

एवोकैडो की खेती (Avocado ki kheti) के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल कर खरपतवार को निकाल दें. खेत की की उर्वराशक्ति बढ़ाने के लिए पर्याप्त में गोबर की खाद डालकर खेत की मिट्टी को भुरभुरी और समतल कर लें.

एवोकैडो की नर्सरी कैसे तैयार करें

एवोकैडो के बीजों से नर्सरी में पौध को तैयार क़र उनकी रोपाई की जाती है. एवोकैडो की नर्सरी तैयार करने के लिए बीजो को पॉलीथीन बैग या नर्सरी बेड पर सीधे तौर पर बुवाई के लिए इस्तेमाल कर सकते है. नर्सरी में एवोकाडो के पौधों को तैयार होने में 6 महीने तक लग जाते है. इसके बाद आप इन पौधों की खेत में रोपाई कर सकते है.

एवोकाडो के पौधों की रपोई और दूरी (Planting and Spacing in an Avocado Fruit Farming)

एवोकाडो के पौधों की रोपाई के तैयार खेत 90 सेमी x 90 सेमी के आकार के गड्डे खोदें और गड्ढों को 1:1 के अनुपात में गोबर की खाद और ऊपरी मिट्टी से भर दें. एवोकाडो पौधे लगाने के लिए पौधे से पौधे की दूरी 8 मीटर से 10 मीटर के बीच रखे. पहाड़ी ढलानों पर जून से जुलाई की अवधि में 10 मीटर x 10 मीटर की दूरी को प्राथमिकता दी जाती है.

यह भी पढ़ेंः  खुबानी की खेती, कब और कैसे करें - All about Apricot Cultivation in Hindi

खाद और उर्वरक (Manures and Fertilizers for Avocado Farming)

एवोकाडो के पौधों से अच्छी पैदावार लेने के लिए जैविक खादों के साथ अकार्बनिक उर्वरकों का उपयोग कर सकते है. एवोकाडो के पौधों में खाद और उर्वरक प्रवंधन के लिए स्थानीय बागवानी विभाग से संपर्क कर सकते है.

सिंचाई प्रबंधन (Irrigation in an Avocado Fruit Farming)

एवोकाडो की सिचाई के लिए आप ड्रिप विधि का उपयोग कर सकते है. शुष्क और गर्म मौसम में एवोकाडो की सिचाई 3 से 4 सप्ताह के अंतराल पर पानी दें. सर्दियों के मौसम में मोलचिंग का उपयोग क़र नमी की कमी से बचाव किया जाता है. बारिश के मौसम में आवश्यकतानुसार सिचाई करें

एवोकैडो के पौधों की छंटाई (Pruning in an Avocado Fruit Farming)

अगर एवोकैडो के पौधों अत्यधिक फैलते है तो उनकी पतली शाखाओं को काट देना चाहिए.

खरपतवार नियंत्रण (Weed Control in an Avocado Fruit Farming)

जब एवोकैडो के पौधे छोटे होते हैं तो उस समय खरपतवारों पर रासायनिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है. इसके अलावा खरपतवार की रोकथाम के लिए निराई की जा सकती है

कीट और रोग (Pests and Diseases in an Avocado Fruit Farming)

एवोकाडो के बागान में मीलीबग्स, स्केल्स और माइट्स कीट का प्रकोप रहता है. इसके अलावा फ्रूट स्पॉट, लीफ स्पॉट और रूट रोट आदि रोग एवोकाडो को प्रभावित करते है. इन कीट और रोगों पर नियंत्रण पाने के लिए बागवानी विभाग या कृषि विभाग से संपर्क करें.

एक एवोकैडो फल की तुड़ाई (Harvesting of an Avocado Fruit)

बीज से तैयार एवोकाडो को फल देने के लिए 5 से 6 साल लग जाते है. एवोकाडो के फलों को दो वैरायटी होती है, बैंगनी और हरा. बैंगनी किस्म के फलों का रंग बैंगनी से मैरून हो जाये, जबकि हरे रंग वेरायटी के फल हरे से पीले रंग में बदल जाता है. एवोकाडो के फल तुड़ाई के लिए तब तैयार होंगे जब बीज की परत का रंग पीले-सफेद से गहरे भूरे रंग में बदल जाता है. ये फल तुड़ाई के बाद ही नरम होते हैं और पकने में 5 से 10 दिन का समय लेते है.

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एवोकैडो फल की उपज (yield of an Avocado Fruit)

फसल की पैदावार पौधों की किस्म, पौधों की उम्र और फसल की देखरेख पर निर्भर करता है. प्रति पौधा औसतन 200 से 500 फल प्राप्त किए जा सकते हैं. जबकि 10 से 12 वर्ष के पौधों से प्रति पौधा 300 से 400 फल तक पैदावार ली जा सकती है.

अगर आपको Avocado Cultivation in India (Avocado Farming in Hindi) से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.

खेती-बाड़ी, बागवानी, मशीनरी, सरकारी योजनाओं, बिज़नेस आईडिया, पशुपालन, लाइफ स्टाइल एग्रीकल्चर सरकारी जॉब्स, उन्नत उद्योग और कृषि विज्ञान केंद्र से सम्बंधित विश्वसनीय जानकारी सबसे पहले कृषि दिशा पर पढें.
Last Modified: 28 March, 2023

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Comments

  1. Minaxi parekh says

    May 2, 2023 at 6:39 am

    Ek ped aavakado ka lgaya he ek sal hua he 5 feet ka podha hua he . Me anand Gujarat me rehti hu.to fal lgne me kitne sal hoge.

    Reply

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