निर्गुण्डी खानेके फायदे (Nirgundi ke fayde) और नुकसान (Chinese chastetree Benefits and Side Effects): निर्गुण्डी (Nirgundi khane ke fayde) एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो विभ्भिन औषधीय गुणों (Ayurvedic Benefits) का भंडार मानी जाती है. जिसके इस्तेमाल से अनेक शारीरिक समस्याओं को दूर कर शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकती है. निर्गुण्डी के फायदे जानने के लिए कृषि दिशा को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आपको निर्गुण्डी के फायदे और नुकसान (Nirgundi ke fayde aur nuksan) के बारे पूरी जानकारी के साथ इसके उपयोग करने के तरीके भी पता चल सकें. तो चलिए सबसे पहले जानते है
निर्गुण्डी क्या है (What Is Nirgundi in Hindi)
निर्गुण्डी एक बहुगुणीय औषधि पौधा है जिसका वानस्पतिक नाम विटेक्स नेगुंडो (Vitex Negundo) है. निर्गुंडी के पौधे (nirgundi plant benefits) पर सफेद, काले और नीले रंग के फूल आते है. पत्तियों के आधार पर निर्गुण्डी की दो प्रजातियाँ पाई जाती है- विटेक्स नेगुंडो (Vitex Negundo) – निर्गुण्डी इस प्रजाति में तीन या पाँच होते है जबकि विटेक्स त्रिफोलीअ (Vitex Trifolia) प्रजाति में केवल तीन पाते ही पाए जाते है. आगे इस लेख में जानते है निर्गुण्डी को अन्य भाषाओँ में क्या कहते है. निर्गुण्डी के अलावा Shilajit ke Fayde, Dhoop ke Fayde, Brahmi ke fayde, Alfalfa ke fayde, Milk Thistle ke fayde के बारे में जाने जो आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते है.

निर्गुण्डी (Nirgundi) Meaning-
- निर्गुण्डी को हिंदी में (nirgundi in hindi) – सम्भालू, सम्हालू, सन्दुआर, सिनुआर, मेउड़ी
- निर्गुण्डी को इंग्लिश में (nirgundi in English) – chaste tree (फाईव लीवड् – चेस्ट ट्री) or हॉर्स शू वाइटेक्स (Horse shoe vitex)
- निर्गुण्डी को मराठी में (nirgundi in Marathi) – लिंगुर (Lingur), निर्गुर (Nirgur)
- निर्गुण्डी को तेलुगु में (nirgundi in Telugu) – वाविली (Vavili), नलावाविली (Nalavavili)
- निर्गुण्डी को पंजाबी में (nirgundi in Punjabi) – बन्ना (Banna), मरवन (Marwan
- निर्गुण्डी को गुजराती में (nirgundi in Gujarati) – नगोड़ा (Nagoda), नगड़ (Nagda)
- निर्गुण्डी को तमिल में (nirgundi in Tamil) – नोच्चि (Nocchi), कुरुनोच्चि (Kurunochi Plant), विनोच्ची (Vennochi)
- निर्गुण्डी को मलयालम में (nirgundi in Malayalam) – नोची (Nochi)
- निर्गुण्डी को ओड़िया में (nirgundi in Oriya) – इन्द्राणी(Indrani), बेगुंडिया (Begundiya); कन्नड़ – बिलिनेक्कि (Bilenekki), श्रुन्गोलि (Shrungoli)
- निर्गुण्डी को बंगाली में (nirgundi in Bengali) – निषिन्दा (Nishinda), समालु (Samalu)
- निर्गुण्डी को संस्कृत में (nirgundi in Sanskrit) – निर्गुण्डी, सिंधुवार, इंद्रसुरस, इंद्राणीक
निर्गुण्डी शब्द का अर्थ अन्य भाषाओं (Name of nirgundi in Different Languages) में जानने के बाद निर्गुण्डी में कौन सी विटामिन पाई जाती है. इसके लिए आगे पढें.
निर्गुण्डी के फायदे (Benefits of Nirgundi in Hindi)
गर्म तासीर वाले निर्गुण्डी के फायदे (Nirgundi Ke Fayde) साइटिका, सिर दर्द, पेट दर्द, जोड़ों का दर्द जैसी अनेकों शारीरिक समस्याओं को दूर रखने में सहायक हो सकते है. निर्गुण्डी (Nirgundi Churan) के अन्य फायदों को जानने के लिए इस आर्टिकल को आगे जरूर पढ़ें.
1. सिरदर्द के लिए निर्गुण्डी के फायदे
सिरदर्द की परेशानी को दूर करने के निर्गुण्डी के कारगर विकल्प हो सकती है. क्योकि एनाल्जेसिक गुण पाए जाते है जो दर्द की समस्या मैं लाभकारी माने जाते है. दर्द निवारक गुण की वजह से निर्गुण्डी के फायदे बेहतर माने जाते है.
2. पेट के लिए निर्गुण्डी के फायदे
पेट संबंधी समस्या (Stomach Problem) के लिए निर्गुण्डी के पत्तों का रस फायदेमंद माना जाता है यदि आप एसिडिटी,
पेट दर्द कब्ज जैसी आदि समस्याओं से घेरे हुए है तो आप निर्गुण्डी के पत्तों के रस को काली मिर्च और अजवाइन लेने से आराम मिल सकता है.
3. सूजन के लिए निर्गुण्डी के फायदे
निर्गुण्डी में पाए जाने वाले एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने के लिए सहायक हो सकते है. निर्गुण्डी के फायदे सूजन के प्रभाव को कम कर गठिया रोग में रहत आराम दिला सकता है.
4. स्तनपान के लिए निर्गुण्डी के फायदे
स्तनपान के समय कम दूध आने की समस्या से निजात दिलाने में निर्गुण्डी फयदेमंद हो सकती है क्योकि निर्गुण्डी में दूध बढ़ाने वाले गुण पाए जाते है. इसके लिए आप निर्गुन्डी के पत्तों का उपयोग कर सकते है.
5. जोड़ों के दर्द में निर्गुण्डी के फायदे
यदि आप जोड़ो के दर्द की समस्या से जूझ रहे है और कोई आराम नहीं मिल रहा है तो निर्गुण्डी का इस्तेमाल कर सकते है. क्योकि निर्गुण्डी में वात के शमन गुण मौजूद होता है जो जोड़ों के दर्द में फायदेमंद माना जाता है.
6. मुंह के छाले में निर्गुण्डी के फायदे
मुँह में छाले होने पर निर्गुण्डी का उपयोग बेहतर माना जाता है इसके लिए आप निर्गुण्डी के पत्तों को पानी में उबलने के बाद उस पानी से कुल्ला करने से मुँह के छालों आराम मिल सकता है.
7. फोड़ो के इलाज के लिए निर्गुण्डी के फायदे
निर्गुण्डी में मौजूद एंटीफंगल और एन्टीबैक्ट्रियल गुण फोड़ों और घाव को भरने के लिए बेहतर हो सकते है. निर्गुण्डी के फायदे घाव को फैलने से रोकने में लाभकारी हो सकता है.
8. नसों के दर्द में निर्गुण्डी के फायदे
नाड़ी यानी नसों के दर्द में रहत प्रदान करने में निर्गुण्डी के फायदे लाजबाव हो सकते है. आयुर्वेद के अनुसार निर्गुण्डी में वात को शान्त करने वाला गुण पाया जाता है. जो निर्गुंडी नाड़ी दर्द में आराम दिला सकता है.
9. मोच में निर्गुण्डी के फायदे
मोच की समस्या होने पर निर्गुण्डी के पत्तों को पीसकर मोच वाली जगह पर पट्टी से बांधने से आराम मिल सकता है.
10. त्वचा के लिए निर्गुण्डी के फायदे
निर्गुण्डी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट त्वचा संबंधी रोगों से छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकते है. निर्गुण्डी के फायदे
बढ़ती उम्र के लक्षणों को दूर करने में मददगार हो सकते है.
निर्गुण्डी के 11 फायदे (11 benefits of nirgundi) जाने के बाद आप इसके उपयोग करने के तरीके जानने के इस्छुक होंगे, तो इस लेख के अगल भाग में जानते है निर्गुण्डी का उपयोग किस तरीके से किया जाता है
निर्गुण्डी का उपयोग कैसे करें (How to Use Nirgundi in Hindi)
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए निर्गुण्डी का सही तरीके से उपयोग करना आना चाहिए. तो चलिए जानते है विस्तार से निर्गुण्डी के उपयोग करने के तरीके क्या होते है.
निर्गुण्डी के उपयोग
1. निर्गुण्डी के पत्तों का पाउडर बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है.
2. निर्गुण्डी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पी सकते है.
3. निर्गुण्डी के पत्तों को पीसकर फोड़े फुंसी पर लगा सकते है.
4. निर्गुण्डी के पत्तों का रस या अर्क का इस्तेमाल कर सकते है
5. निर्गुण्डी की पत्तियों को पानी में उबालकर उपयोग में लाया जा सकता है.
6. निर्गुण्डी के पत्तों को पानी में उबालकर भाप ली जा सकती है.
निर्गुण्डी के नुकसान (Side Effects of Nirgundi in hindi)
निर्गुण्डी के फायदों के साथ इसके नुकसान भी हो सकते है इसलिए आपको निर्गुण्डी के नुकसान के बारे में बता रहे है.
क्या है निर्गुण्डी के नुकसान
1. निर्गुण्डी रस से यौन इच्छा की कमी आ सकती है.
2. अधिक मात्र में निर्गुण्डी का सेवन करने से स्तन के दूध में कमी आ सकती है.
3. गर्भावस्था के समय निर्गुण्डी के सेवन से बचे.
4. अधिक मात्रा में निर्गुण्डी का सेवन कर से जलन, दर्द आदि की समस्या हो सकती है.
5. कुछ लोगों को इसके पत्तों के पाने से एलर्जी हो सकती है.
इस लेख के जरिये निर्गुण्डी के फायदे, निर्गुण्डी के उपयोग और निर्गुण्डी के नुकसान (Nirgundi ke Nuksan in Hindi) के बारे में जानकरी देने की एक कोशिश की है. अगर आपको Nirgundi ke fayde aur nuksan (Nirgundi Benefits and Side Effects in Hindi) से संबन्धित अन्य जानकरी लिए आप हमें कमेंट कर सकते है. यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसको जरूर शेयर करे ताकि निर्गुण्डी के फायदे अन्य लोगो तक पहुंच सके.
Disclaimer:- इस आर्टिकल में बताये गए फायदे, नुकसान और उपयोग की कृषि दिशा कोई पुष्टि नहीं करता है. इस जानकारी को केवल सामान्य सूचना और सुझाव के रूप में लें. इनका उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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