Khubani Khane ke Fayde: खुबानी अपनी खूबसूरती और खट्टे मीठे स्वाद की वजह से विश्वभर में लोकप्रिय है. पीले-नारंगी रंग के खुबानी पौष्टिकता से भरपूर होने के साथ-साथ इसमें आयुर्वेद गुण भी पाए जाते है. जो स्वास्थ्य की दृष्टि के लिए बहुत फायदेमंद होते है. गुठली वाले खुबानी को कच्चा और सूखे मेवे (apricot dry fruit) दोनों रुपों में खा सकते है. आप यह जानकर हैरान हो जायेंगे कि आयुर्वेद में खुबानी का उपयोग एक औषधि की तरह किया जाता है. चलिये आगे विस्तार से जानते हैं खुबानी के फायदे और नुकसान
खुबानी के पोषक तत्व
खुबानी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, नियासिन, पोटाशियम, मैंगनीज, मैग्निशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते है. आयुर्वेद के अनुसार खुबानी के फायदे कई रोगो में लाभकारी होता है, चलिए इनको विस्तार से जानते हैं
खुबानी क्या है?
खुबानी (ऐप्रिकॉट) का वैज्ञानिक नाम प्रूनस आर्मेनियाका (Prunus Armeniaca) है. गुठली वाला खुबानी (ऐप्रिकॉट) पीले, सफेद, काले, गुलाबी और भूरे रंगों का होता है. इसकी बाहरी त्वचा पर हल्के छोटे बाल ऐप्रिकॉट को और खूबसूरत बनाते है. खुबानी की बाहरी पतली त्वचा के नीचे एक नरम, टैंगी गूदा होता है जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है. खुबानी के पौधों की ऊंचाई करीब 8-12 मीटर तक हो जाती है. इसके पेड़ की टहनियां और पत्ते घने फैले हुए होते हैं.
खुबानी के अन्य नाम (Apricot Local Names in India)
- खुबानी का वानास्पतिक नाम:- Prunus armeniaca Linn. (प्रूनस् आरमीनिआका)
- खुबानी को अंग्रेजी में:- Apricot (एप्रीकौट)
- खुबानी को हिंदी में:- जरदालू, खुबानी, चिलू
- खुबानी को कश्मीरी में:- गरडालू (Gardalu), जर्दालु (Jardalu), चेरकिश (Cherkish)
- खुबानी को पंजाबी में:- हरी (Hari), सरी (Sari), चुली (Chuli)
- खुबानी को नेपाली में:- खुर्पानी (Khurpani
- खुबानी को संस्कृत में:- उरुमाण
- खुबानी को अरबी में:- बिनकफक (Binkuk), किशानिश (Kishanish)
- खुबानी को पर्शियन में:- मिश-मिश (Mish-Mish), जरदालु (Zardalu)
- खुबानी को उर्दू में:- खुबानी (Khubani)
खुबानी खाने के फायदे (Health Benefits of Apricot)
खुबानी खाने के फायदों की फेहरिस्त बहुत लम्बी हो सकती है. क्योकि इसमें पाए जाने वाली विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, नियासिन, पोटाशियम, मैंगनीज, मैग्निशियम, कॉपर, फॉस्फोरस और फाइबर आदि अनगिनत पोषक तत्व स्वास्थ्य का ख्याल रखने अहम भूमिका निभाते है. खुबानी के फायदे शरीर के लिए कमल के होते है. तो आइए जानते है खुबानी के फायदे.
खुबानी के फायदे (Benefits of Apricot)
- खुबानी में भरपूर फाइबर होता जो पाचन तंत्र को सही बनाये रखें में सहायक होता है. इसके सेवन से कब्ज, अपच जैसी परेशानियों से छुटकारा दिलाने में सहायता कर सकता है.
- बीटा कैरोटीन नामक तत्व से आँखे की परेशानी होने लगती है. लेकिन खुबानी के सेवन से इस समस्या से निजात मिल सकती है. क्योकि खुबानी में बीटा कैरोटीन तत्व पाया जा जाता है.
- खुबानी का सेवन करने से मोटाप कम किया जा सकता है क्योकि खुबानी फाइबर सेटाइटी (Satiety) हार्मोन को रिलीज करता है जिससे कम भूक भूक लगती है और आपका अन्य कुछ जल्दी खाने का मन नहीं करेगा और आपका वजन नियंत्रित रहेगा.
- खुबानी खाने से हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है क्योकि खुबानी में फेनोलिक नामक फाइटोकेमिकल्स मौजूद होता है. जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है.
- खुबानी में आयरन अधिक मात्रा होने से एनीमिया को इसके सेवा से दूर रखा जा सकता है.
- खुबानी में क्लोरोजेनिक एसिड पाया जाता है जो ब्लड में ग्लूकोज के अवशोषण को नियंत्रित कर सकता है.
- खुबानी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है जो सूजन को कम करने के लिए मदद करते है.
- खुबानी में पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते है जो रक्तचाप नियंत्रण में अहम भूमिका निभाते हैं.
- खुबानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके लीवर की रक्षा करने में करता है मदद.
- खुबानी में विटामिन-सी व विटामिन-ई पाए जाने के साथ यह एंटीऑक्सीडेंट भी है. इसलिए खुबानी के फायदे गर्भावस्था बहुत बेहतर है.
- खुबानी में हड्डियों को मजबूत करने वाले पोषक तत्व जैसे पोटेशियम और मैग्नीशियम मौजूद होते है.
- खुबानी में एंटीऑक्सीडेंट स्किन इंफ्लेमेशन, एंटी-एजिंग औषधीय गुण पाए जाते है जो स्किन स्वस्थ बनाये रखते है.
खुबानी का उपयोग कैसे करे
खुबानी के विभिन्न तरीकों से खाया जा सकता है. खुबानी कैसे खाएं इसका कोई स्पेशल तरीका नहीं है आप अपनी इच्छानुसार खुबानी को खा सकते है. खुबानी कब और कैसे खाएं? इसके लिए हमने कुछ तरिके सुझाए है. जो निम्नलिखित है.
- खुबानी एक फल है इसको ऐसे भी खा सकते है
- मिल्क शेक में खुबानी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
- खुबानी का उपयोग फ्रूट सलाद के साथ कर सकते है.
- सूखी खुबानी को खा शुष्क मेवा के रूप में खाया जा सकता है.
- खुबानी को की चटनी बनके रखा सकते है
- खुबानी से जूस, जैम और जैली बनाकर उपयोग में लाया जा सकता है.
- खुबानी का उपयोग डेसर्ट, जैम, अमृत स्क्वैश के लिए किया जाता है.
खुबानी के नुकसान (Khubani ke Nuksan)
खुबानी खाने के फायदे कई हो सकते है लेकिन खुबानी को अधिक मात्रा या गलत तरीके से खाने पर खुबानी के नुकसान (khubani ke Nuksan) भी हो सकते है. खुबानी के फायदे क्या है उनको तो आप ने जान लिया लेकिन अभी आप तक खुबानी के नुकसान (Side effects of Apricot) से परिचित नहीं हुए. तो चलिए जानते है कि खुबानी के नुकसान
- खुबानी खाने के नुकसान तो कम है लेकिन कुछ लोगो को इसके सेवन से एलर्जी हो सकती है
- सूखी खुबानी को चबाकर खाये अन्यथा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानी हो सकती है.
- खुबानी या सूखी खुबानी से एलर्जी हो, तो इसका सेवन करने से बचें.
- इसके बीजों का सेवन न करें
सूखी खुबानी खाने के फायदे (Health Benefits of Dried Apricot)
सूखी खुबानी (Dried Apricot) के अंदर एनर्जी, प्रोटीन, सोडियम, आयरन, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी आदि पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते है जो शरीर में होने वाले कई रोगों से सुरक्षित रखने में मदद करते है. सूखी खुबानी खाने के फायदे (sukhi khubani khane ke fayde) अनेक है उनका विवरण नीचे दिया है.
सूखी खुबानी के फायदे
- सूखी खुबानी विटामिन सी प्रचूर मात्रा में पाया जो आंखों की समस्या से दूर रखता है.
- सूखी खुबानी में बोरोन और कैल्शियम मौजूद होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाएं रखने में मदद करते है.
- सूखी खुबानी आयरन की भरपूर मात्रा में होती है, जो एनीमिया से करे बचाव करे सहायक होता है.
- सूखी खुबानी में मौजूद फाइबर वजन कम करने में भी सहायक होता है
- सूखी खुबानी में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायता करता है.
इस लेख के जरिये आपने खुबानी के फायदे और नुकसान, खुबानी पीने का तरीका, खुबानी कैसे खाये? से भलीभांति परिचित हो चुके होंगे. अगर आपको Khubani ke Fayde aur Nuksan in hindi (Health Benefits of Apricot in Hindi) से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताये गए फायदे, नुकसान और उपयोग की कृषि दिशा कोई पुष्टि नहीं करता है. इस जानकारी को केवल सामान्य सूचना और सुझाव के रूप में लें. इनका उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर