Gomutra Peene ke Fayde: देसी गाय के “गोमूत्र” में चमत्कारिक औषधियाँ गुण जानकर आप हैरान रह जायेंगे. आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र का इस्तेमाल ऐसी कई गंभीर बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है जिनको आमतौर पर लाइलाज माना जाता है. इसीलिए “गोमूत्र” संजीवनी की संज्ञा दी गई है. देसी गाय के “गोमूत्र” के अलावा गाय के गोबर को भी पवित्र माना जाता है. शास्त्रों और आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र के फायदे और नुकसान के बारे में इस लेख में चर्चा करेंगे. तो चलिए जानते है गोमूत्र के फायदे और नुकसान.
गोमूत्र में पाए जाने वाले तत्व
आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र के अनेकों औषधीय गुण मौजूद होते है. गोमूत्र में पोटेशियम, अमोनिया, आयरन, नाइट्रोजन, कैल्शियम, सल्फर, पोटाश, फोस्फेट, फास्फोरस, यूरिक एसिड, कार्बोनिक एसिड, अमीनो एसिड, मैंगनीज तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है जो हमारे शरीर में होने वाले असाध्य रोगो से वचाव करने सहायता कर सकते है. इनके अलावा गोमूत्र में 95% पानी, 2.5% यूरिया, 24 प्रकार के नमक और 2.5% एंजाइम भी मौजूद होते है. इन सबके अतरिक्त गोमूत्र एंटीऑक्सीडेंट गुणों का भंडार है.
गोमूत्र के फायदे (Health Benefits of Gomutra)
गोमूत्र के फायदे (Gomutra Ke Fayde) के फेहरिस्त बहुत लम्बी है क्योकि गोमूत्र में मिनरल्स का एक प्राकृतिक स्रोत है. जो शरीर में विभिन्न पोषक तत्वों की कमी को दूर करने में सहायक होते है. गोमूत्र में पाए जाने वाले तत्वों से करीब 80-85 असाध्य बीमारियों को ठीक किया जा सकता है. इस लेख में गोमूत्र का सेवन करने के कमाल के स्वास्थ्य लाभों के बारे में नीचे बताया जा रहा है. तो आइए जानते है आइए जानते है गोमूत्र के फायदे
गोमूत्र रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये (Gomutra increases immunity)
गोमूत्र का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने मैं मदद मिलती है. आयर्वेद के अनुसार गोमूत्र में पाए जाने वाले औषधीय गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायता करता है.
गोमूत्र थायराइड में फायदेमंद (Gomutra Good for Thyroid)
गोमूत्र के फायदे थाइराइड में बहुत बेहतर होते है. क्योकि गोमूत्र में पाए जाने वाला आयोडीन थायराइड को संतुलित रखने एक अहम रोल निभाता है. थाइराइड को निंयत्रित रखने के लिए ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) और थायरोक्सिन (T4) हार्मोन का शरीर बनाना जरुरी होता है.
गोमूत्र किडनी स्टोन में लाभकारी
Cow urine is beneficial in kidney stone-गोमूत्र में ड्यूरेटिक यानी मूत्रवर्धक गुण पाए जाते है जो एंटी-यूरोलिथिएटिक यानी पथरी के प्रभाव को कम करने में सहायता का सकता है.
गोमूत्र पेट की समस्या में फायदेमंद
गोमूत्र पेट से सम्बंधित होने वाली परेशानियों के लिए कारगर उपय है क्योकि की इसमें पाए जाने वाले कई प्रकार के आयुर्वेदिक गुण पेट दर्द, पेट में गैस, कब्ज और दस्त की परेशानी से राहत दिलाने में सहायता करते है.
लिवर के लिए गोमूत्र (Cow Urine for Liver)
गौ मूत्र में पाए जाने वाले हाइपोलिपिडेमिक गुण जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते है. इसके अलावा मुत्र रकतशोधक होता है और इसमें हेपेटोप्रोटेक्टिव का भी असर होता है जिससे लिवर को स्वस्थ रखने के साथ शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने में सहायक होते है.
गोमूत्र मधुमेह में लाभकारी
गोमूत्र में एंटीडायबिटिक औषधीय गुण पाए जाते है जो शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने में सहायता करते है.गोमूत्र के उपयोग से इंसुलिन के स्तर संतुलित किया जा सकता है.
गोमूत्र वजन घटाने में फायदेमंद
गोमूत्र में विटामिन ए, डी, बी, ई, क्रिएटिनिन अन्य खनिज भरपूर पाए जाते है जो वजन कम मददगार साबित होते है. इसके अलावा गाय के मूत्र में एंटी ओबेसिटी गुण भी होते है जो वजन घटाने की प्रक्रिया (Cow urine beneficial in weight loss) में सहायता करते हैं. वजन काम करने के लिए गोमूत्र का सेवन डॉक्टर की सलाह पर करे.
गोमूत्र कैंसर में फायदेमंद
शरीर में करक्यूमिन की कमी होने से कैंसर रोग होता है. गोमूत्र करक्यूमिन की कमी को पूरा कर कैंसर से बचाव में मदद क्र सकता है. क्योकि गोमूत्र में करक्यूमिन अधिक मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा में एलांटोइन एंटी कैंसर गुण, कीमो प्रिवेंटिव गुण और गोमूत्र यूरिक एसिड मौजूद होते है जो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचाव करने में मदद करता है.
त्वचा के लिए गोमूत्र
गोमूत्र के फायदे सोरायसिस, सनबर्न की समस्या, स्किन पर खुजली की समस्या, एक्जिमा आदि में बहुत बेहतर हो सकते है. क्योकि गोमूत्र में एंटी माइक्रोबियल यानी बैक्टीरिया से लड़ने के गुण भी भरपूर होते है. इसके अलावा के गाय के मूत्र में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते जो त्वचा की रक्षा करने में मदद करते है. कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में भी गोमूत्र का उपयोग किया जाता है.
गोमूत्र का उपयोग कैसे करे
गोधन अर्क का उपयोग करने के अगल-अलग तरीके हो सकते है. आप अपनी सुविधानुसार गौ अर्क का उपयोग कर सकते है. गोधन अर्क पीने का तरीका क्या है इसके लिए हमने कुछ सुझाए नीचे दिए है उनको पढ़कर आप समझ जायेंगे कि गोधन अर्क (Godhan Ark) को कब और कैसे पीते है.
1- गोमूत्र का उपयोग कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स बनाने में कर सकते है.
2- कीटाणु मारने वाले साबुन में गोमूत्र का उपयोग किया जा सकता है.
3- जू की समस्या से निजात दिलाने के लिए गोधन अर्क (Godhan Ark) इस्तेमाल कर सकते है.
4- गोमूत्र से फिनायल बनाकर कमाई भी की जा सकती.
5- गोमूत्र को फसल पर प्राकृतिक कीटनाशक की तरह छिड़काव किया जा सकता है
5- कृषि के अन्य कार्यों के लिए गोमूत्र का उपयोग किया जा सकता है.
6- पूजन कार्यों से पहले गोमूत्र का छिड़काव किया जाता है
कैसे पिए गोमूत्र?
गोमूत्र को काफी डायरेक्ट नहीं पीया जाता है. पीने से पहले गोमूत्र को फिल्टर करना आवश्यक होता है. फिल्टर गोमूत्र
बिना कुछ मिलाए भी पी सकते है. गोधन अर्क (Godhan Ark) में नमक और नींबू के रस को मिलाकर पीया जा सकता है. इसके अलावा गोमूत्र को पानी साथ भी पिया जा सकता है. गोमूत्र का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.
गोमूत्र कब पिए ?
गोधन अर्क (Godhan Ark) को आप दिन में दो बार सुबह और शाम पी सकते है. गोमूत्र पीने से पहले डॉक्टर का परामर्श जरूर लें
गोमूत्र के नुकसान (Side Effects of Godhan Ark)
गोमूत्र पीने से विभ्भिन प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं लेकिन गोधन अर्क (Godhan Ark) का अधिक मात्रा या गलत तरीके से सेवन से नुकसान (Godhan Ark ke Nuksan) भी हो सकते है. गोमूत्र के फायदे क्या है उनको तो आप ने जान लिया लेकिन अभी तक गोमूत्र के नुकसान (Side effects of Gomutra ) से परिचित नहीं हुए. तो चलिए जानते है कि गोमूत्र के नुकसान
1- गोधन अर्क (Godhan Ark) हमेशा निश्चित तापमान पर रखा जाना चाहिए
2- गोमूत्र के पीने से दस्त, खुजली, दर्द जैसे परेशानी हो सकती है, इसको डॉक्टर की सलाह पर ही पीये.
3- गोमूत्र की तासीर कर होती है इसलिए गर्मियों में इसकी मात्रा कम लेनी चाहिए.
4- बच्चो और गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की पर करे अन्यथा परेशानी हो सकती है.
5- मिट्टी, कांच या स्टील के बर्तन में ही गोधन अर्क (Godhan Ark)रखें
6- गोमूत्र के सेवन से एलर्जी व खराश की परेशानी हो सकती है.
7- इससे संवेदनशील त्वचा पर रैशेज और एलर्जी की परेशानी हो सकती है. क्योकि इसमें एल्कली (alkali) पाया जाता है.
8- गोमूत्र लम्बे समय तक स्टोर करके न रखे नहीं तो गोमूत्र में बैक्टीरिया पैदा होने खतरा बढ़ जाता है. जो शरीर के लिए नुकसान दायक हो सकता है.
इस लेख के जरिये आपने गोमूत्र के फायदे और नुकसान, गोमूत्र पीने का तरीका, गोमूत्र कैसे पियें ? से भलीभांति परिचित हो चुके होंगे. अगर आपको Gomutra ke Fayde aur Nuksan से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताये गए फायदे, नुकसान और उपयोग की कृषि दिशा कोई पुष्टि नहीं करता है. इस जानकारी को केवल सामान्य सूचना और सुझाव के रूप में लें. इनका उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर
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