Chyawanprash Khane ke Fayde: च्यवनप्राश अपने स्वाद से ही नहीं बल्कि अपने औषधीय गुणों की वजह से बहुत प्रसिद्ध है. च्यवनप्राश का सेवन अन्य मौसम की तुलना में सर्दी के मौसम में अधिक किया जाता है. जिसके सेवन से मौसमी बीमारियों के साथ अन्य कई बीमारियों के जोखिम को कम करने मे मदद मिल सकती है. सर्दियों के मौसम में च्यवनप्राश को बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी खाते है लेकिन सभी को च्यवनप्राश के फायदे पता नहीं होते है. तो चलिए जानते है च्यवनप्राश खाने के फायदे और नुकसान के बारे में.
च्यवनप्राश के पोषक तत्व और औषधीय गुण:-
च्यवनप्राश को करीब 50 तरह के सामग्रियों का इस्तेमाल कर बनाया जाता है. च्यवनप्राश बनाने वाली कम्पनियाँ अपने हिसाब से सामग्रियों चयन कर च्यवनप्राश को बनती है. च्यवनप्राश में अनेक प्रकार के पोषक तत्व और औषधीय गुण पाए जाते है जो शरीर को कई तरह के रोगो से बचाने का काम करते है. च्यवनप्राश के औषधीय गुणों को जानने के बाद च्यवनप्राश के फायदे जानने के लिए नीचे दी गई डिटेल को पढ़ें.
च्यवनप्राश के फायदे (Chyawanprash ke Fayde)
च्यवनप्राश खाने के फायदे (Benefits of Chyawanprash in Hindi) सर्दी-खांसी, संक्रमण आदि में बेहतर हो सकते है. अगर च्यवनप्राश को सही तरीके से खाया जाये तो. करीब 50 की औषधीय जड़ी-बूटियों बनाये जाने वाल च्यवनप्राश एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो शरीर को कई बीमारियों से बचने में सहायक हो सकता है. च्यवनप्राश के फायदे जानने के लिए पाठक इस लेख को अवश्य पढ़ें
1. खांसी और सर्दी में च्यवनप्राश के फायदे:-
बदलते मौसम और कई अन्य वजहों से लोगों को सर्दी-खांसी जैसी परेशानी होने लगती है. इन सब परेशानियों से बचने के लिए च्यवनप्राश का सेवन फायदेमंद हो सकता है. क्योकि च्यवनप्राश में डाली जाने वाली जड़ी-बूटियां में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में पाई जाती है जो संक्रमण, वायरस और बैक्टीरिया से बचने में मददगार साबित होती है.
2.पाचन में च्यवनप्राश के फायदे:-
च्यवनप्राश का सेवन पाचन शक्ति को सुधारने में अहम रोल होता है क्योकि च्यवनप्राश में अनेक प्रकार की जड़ी बूटी डाली जाती है जो पाचन तंत्र और पेट से संबधित परेशानियों को दूर करने में सहायक होता है. च्यवनप्राश का सेवन पेट की सूजन व जलन, पेट में ऐंठन व दर्द के लिए बेहतर पाया गया है.
3. इम्यूनिटी बढ़ाए च्यवनप्राश:-
च्यवनप्राश का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योकि च्यवनप्राश में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी इफेक्ट पाया जाता है जो इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक होता है. च्यवनप्राश के फायदे प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में लाभकारी हो सकते है. इसलिए ठण्ड के मौसम में च्यवनप्राश का नियमित सेवन करना चाहिए.
4.सांस के रोग में च्यवनप्राश के फायदे:-
च्यवनप्राश बनाने के लिए कई तरह की जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है जो ये जड़ी बूटियां श्वसन संक्रमण से बचाने का काम करती है. सांस के रोग वाले व्यक्तियों को च्यवनप्राश सेवन हल्के गुनगुने पानी के साथ करने की सलाह दी जाती है.
5. त्वचा के लिए फायदेमंद च्यवनप्राश:-
च्यवनप्राश के फायदे त्वचा के लिए बेहतर हो सकते है क्योकि च्यवनप्राश विटामिन सी के साथ अन्य पोषक तत्वो का भंडार होता है जो स्किन को साफ सुथरा और चमकदार बनाने में सहायक होता है. च्यवनप्राश के फायदे त्वचा के लिए चमत्कारिक हो सकते है.
6. याददाश्त बढ़ाए च्यवनप्राश:-
च्यवनप्राश के सेवन मानसिक क्षमताओं को बढ़ने का काम करता है क्योकि च्यवनप्रश एंटीऑक्सीडेंट का प्रभाव होता है जो स्मरण शक्ति को बढ़ाने से साथ-साथ अनिद्रा, पागलपन, अल्जाइमर रोग आदि मस्तिष्क संबंधी बीमारियों के लिए लाभकारी हो सकता है.
7. सेवन रोगों में च्यवनप्राश के फायदे:-
आयुर्वेद के अनुसार च्यवनप्राश का सेवन पुराने रोगों को ठीक करने के लिए किया जा सकता है क्यों च्यवनप्राश विभ्भिन प्रकार की जड़ी – बूटियों से बनाया जाता है जो पुराने रोगो से निजात दिलाने में सहायक हो सकते है.
8. हड्डियों के लिए फ़ायदेमदं च्यवनप्राश:-
च्यवनप्राश के सेवन से हड्डियों में कैल्शियम का अवशोषण और प्रोटीन के संश्लेषण की क्षमता बाद जाती है जिससे हड्डियों और दांत को मजबूती मिलती है.
9. एटी-इंफ्लेमेटरी का स्रोत च्यवनप्राश:-
च्यवनप्राश में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सेंट्रल नर्वस सिस्टम) को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकते है.
10. हृदय के लिए फायदेमंद च्यवनप्राश:-
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए च्यवनप्राश का सिमित मात्रा में सेवन करना फायदेमंद हो सकता है. च्यवनप्राश
ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है जो शरीर से गंदगी को बाहर निकालने का काम करते है. फायदेमंद के फायदे हृदय के लिए बेहतर हो सकते है.
11. ब्लड को साफ करें च्यवनप्राश:-
च्यवनप्राश लड प्यूरीफायर की तरह काम करता है क्योकि च्यवनप्राश को बनाते समय पाटला का इस्तेमाल किया जाता है जो ब्लड में मौजूद विषैले तत्वों को निकालकर इसे साफ करने का काम कर सकता है. खून साफ करने के लिए च्यवनप्राश का सेवन कर सकते है.
च्यवनप्राश के फायदे जानने के बाद च्यवनप्राश को कैसे खाए इसका तरीका नीचे बताने जा रहे है.
च्यवनप्राश कैसे खाए
च्यवनप्राश का सेवन किस तरह किया जाता इस बारे में हम नीचे इस लेख में चर्चा करने वाले है. अगर च्यवनप्राश को सही तरीके से खाया जाये तो उसके औषधीय गुणों में बृद्धि हो सकती है. चलिए जानते है च्यवनप्राश खाने का तरीका क्या होता है और च्यवनप्राश कब खाना चाहिए.
1. च्यवनप्राश का सेवन रात को दूध के साथ कर सकते है.
2. च्यवनप्राश को गुनगुने पानी के साथ इस्तेमाल कर सकते है.
3. सुबह खाली पेट च्यवनप्राश खाया जा सकता है.
4. च्यवनप्राश को पराठे पर लगाकर खा सकते है.
5. च्यवनप्राश खाने के तुरंत बाद मसालेदार चीज न खाएं.
च्यवनप्राश कैसे खाए यह जानने के बाद इस आर्टिकल में आगे जानते है च्यवनप्राश खाने के क्या नुकसान है
च्यवनप्राश के नुकसान (Chyawanprash ke Nuksan)
हालांकि च्यवनप्राश खाने के नुकसान (Side Effects of Chyawanprash in Hindi) अभी तक ज़्यदा देखने को नहीं मिले है लेकिन किसी चीज को खाने के नुकसान तो होते है. इसी तरह च्यवनप्राश के नुकसान कुछ न कुछ तो होंगे, तो चलिए कुछ लोगो के आधार पर च्यवनप्राश के नुकसान के बारे में नीचे बताने जा रहे है.
1. च्यवनप्राश के अधिक सेवन से दातों पर बुरा असर पड़ सकता है.
2. अधिक मात्रा में च्यवनप्राश खाने से पेट से सम्बंधित परेशानी हो सकती है.
3. डायबिटीज के मरीजों को च्यवनप्राश के सेवन से बचाना चाहिए क्योकि इसमें चीनी होती है.
4. कुछ लोगो को दूध के साथ सेवन करने अपच, गैस की समस्या हो सकती है.
इस लेख के जरिये आप ने च्यवनप्राश के फायदे और नुकसान, च्यवनप्राश खाने का तरीका, च्यवनप्राश कब और कैसे खाएं? से भलीभांति परिचित हो चुके होंगे. अगर आपको Chyawanprash ke Fayde aur Nuksan in hindi से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताये गए फायदे, नुकसान और उपयोग की कृषि दिशा कोई पुष्टि नहीं करता है. इस जानकारी को केवल सामान्य सूचना और सुझाव के रूप में लें. इनका उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें