Ber Khane ke Fayde: बेर देखने में जितना छोटा है उससे कही ज़्यदा यह औषधीय गुणों से भरपूर है. इसके सेवन से कई बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है क्योकि इसका उपयोग दवाइयों (medicines) को बनाने में किया जाता है. इसके अलावा बेर का अचार और मुरब्बा बनाकर खाया जाता है. इस स्वादिष्ट बेर फल को तो सभी खाते होंगे लेकिन कम ही लोग है जो बेर के औषधीय गुणों से परचित होंगे. आयुर्वेद के अनुसार बेर के फायदे सिरदर्द, मुँह के छाले, उल्टी, कब्ज आदि में बेहतर साबित हो सकते है. तो चलिए लेते है बेर के फायदे और नुकसान (ber ke fayde aur nuksan) के बारे में और अधिक जानकरी.
बेर में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व
बेर में विभ्भिन प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है जिनमें विटामिन सी, ए, और बी कॉम्प्लेक्स, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन और कॉपर, सोडियम, जिंक, वसा, कैल्शियम और फास्फोरस, साइट्रिक एसिड प्रमुख है. आयुर्वेद के अनुसार बेर के बीजों में घातक बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी होती है.
बेर (जूजूबे) क्या है
बेर (जूजूबे – Jujube) गोल अथवा अण्डाकार फल होता है जिसका का वानस्पतिक नाम ज़िज़िफस (Ziziphus Mauritiana) है. बेर प्राचीनतम फल है जिसका जिक्र रामायण में भी किया गया है. इसके कच्चे फलों का रंग हरा और पकने के बाद लाल या लाल-हरे रंग के हो जाते है. बेर भारत के अलावा म्यान्मार, श्रीलंका, पाकिस्तान, ऑस्टेलिया मलाया, अफगानिस्तान, चीन आदि देशों में पाया जाता है. इस फल को खाने के अलावा औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. बेर खाने के फायदे (health benefits of eating jujube) अनेकों हो सकते है लेकिन इसको सही तरीके से नहीं खाया गया तो इसके नुकसान भी दिखाई देने लगते है.
बेर के फायदे- Ber (Jujube) ke fayde)
खट्टे-मीठे स्वाद वाला फल बेर (जूजूबे) जिसके खाने के अनेको फायदे हो सकते है क्योकि इसको बिटामिन और पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत माना जाता है. बेर खाने के फायदे स्वस्थ के लिए बहुत बेहतर हो सकते है इसीलिए आज हम इस लेख के जरिये आपको जूजूबे के फायदे बताएँगे.
1. बेर प्रतिरक्षा प्रणाली को करे बेहतर
बेर इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकता है क्योकि बेर में पॉलीसेकेराइड नामक कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में सहायक होता है.
2. बेर हड्डियों को करें मजबूत
बेर के नियमित सेवन से हड्डियों को मजबूत किया जा सकता है क्योकि हड्डियों में कैल्शियम और फास्फोरस एक अलावा कॉपर पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए अहम भूमिका निभाते है. हड्डियों की मजबूती के लिए बेर का सेवन किया जा सकता है.
3. बेर वजन को करे नियंत्रित
बेर बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. बजन कम करने के लिए वेर का सेवन किया जा सकता है.
4.बेर पाचन तंत्र का रखें ख्याल
बेर में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो पाचन तंत्र को रेगुलेट करने का काम करता है. बेर पाचन तंत्र से सम्बंधित सभी समस्याओं के जोखिम को कम करने के लिए काम करता है. बेर पाचन तंत्र के लिए हर्बल दवाई के रूप में काम करता है.
5. बेर एंटीमाइक्रोबियल गुण से भरपूर
बेर में एंटीमाइक्रोबियल गुण की अधिकता होती है जो विभ्भिन प्रकार के बैक्टीरिया से हमारे शरीर की रक्षा करने में मदद करता है. बेर का रेगुलर सेवन से सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
6. बेर हृदय के लिए फायदेमंद
बेर के फायदे हृदय के लिए बेहतर हो सकते है क्योकि बेर में कार्डिक टॉनिक पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ने नहीं देता. जिसकी वजह से दिल नियमित गति से काम करता है.
7. बेर विटामिन सी का मुख्य स्रोत
बेर विटामिन सी का प्राकृतिक स्रोत माना जाता है. विटामिन-सी की कमी को दूर करने के लिए बेर का सेवन कर सकते है.
8. बेर सूजन को करे कम
बेर में एंटी-इंफ्लेमेटरी का प्रभाव होता है जो सूजन को कम करने में मददगार साबित होता है. इसके अलावा बेर में बायोमोलिक्यूल भी पाया जाता है जो सूजन के जोखिम को कम करने में मदद करता है.
9. अनिद्रा में फायदेमंद बेर
बेर में सैपोनिन्स (Saponins) नामक तत्व पाया जाता है जो अनिद्रा की समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है. इसके अलावा यह मन की शांति और मानशिक तनाव में रहत देने में मददगार साबित होता है.
10. बेर कैंसर के जोखिम को करे कम
बेर में अमीनो एसिड, बायोएक्टिव पदार्थ और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते है जो कैंसर हे जोखिम को कम करने में एक अहम भूमिका निभाते है.
कैसे खाएं बेर?
बेर कैसे खाएं? इसका अभी तक कोई एक स्पेशल तरीका तो नहीं है. बेर को आप अपने तरीके से कैसे भी खा सकते है. बेर खाने का तरीका निम्नलिखित है.
1. बेर को सुबह नास्ते में खा सकते है
2. बेर का अचार, मुरब्बा बनाकर खाया जाता है.
3. बेर का जूस निकालकर पी सकते है.
4. बेर का उपयोग ब्रांडी बनाने के लिए किया जाता है.
5. चाय में भी बेर का उपयोग किया जा सकता है.
6. बेर की चटनी (Ber Ki Chutney) बनाकर खा सकते है.
7. बेर का चूरन बनाने में उपयोग किया जाता है
बेर के नुकसान (Ber (Jujube) ke nuksan)
बेर खाने के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते है लेकिन अभी तक हमने आपको सिर्फ बेर खाने के फायदे बताये है. अब हम नीचे बेर खाने के नुकसान के बारे में बताने जा रहे है. तो चलिए जानते है खाने के नुकसान हिंदी में (Side Effects of Jujube Fruit in Hindi)
बेर खाने के नुकसान (Side Effects of Jujube)
1. बेर को अधिक मात्रा में नहीं खाना चाहिए क्योकि इसमें अधिक मात्रा में फाइबर जो गैस और पेट की सूजन आदि परेशानी दे सकता है.
2. बेर में पाए जाने वाले लेटेक्स से एलर्जी हो सकती है इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए.
3. मधुमेह रोग से ग्रसित लोगों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर करें.
बेर के अन्य नाम (Other names for Jujube)
भारत की अन्य भाषाओं में बेर को विभ्भिन नामो (Name of Ber fruit in Different Languages) से जाना जाता है. जिनको नीचे विस्तार से बताया गया है.
बेर को हिंदी में बेर, बैर, बहर कहते हैं.
बेर को अंग्रेजी में Jujube (जूजूब), इण्डियन जुजूब (Indian jujube), इण्डियन चेरी प्लम (Indian cherry plum) कहते हैं.
बेर को गुजरती में बीर (Beer), वीर (Veer) कहते हैं.
बेर को मराठी में बोर (Bor), बोरीचे झाड़ (Boriche jhad) कहते हैं.
बेर को तेलगु में रेगु चेट्टु (Regu chettu) कहते हैं.
बेर को कोबंगाली में कुल (Kul), कोल बेर (Kol beir) कहते है.
बेर को कन्नड़ में यालाची (Yalachi), मल्लऐलेंथा (Mallelentha) कहते है.
बेर को तमिल में इलदै (Ildei), एलान्डई (Elandai) कहते है.
बेर को ओड़िआ में बरकोली (Barkoli) कहते है.
जूजूबे (Jujube) – FAQ
इसलिए यह पित्त को समाप्त करने में सहायक होती है.
इस लेख के जरिये आप ने बेर के फायदे और नुकसान, बेर खाने का तरीका, बेर कब और कैसे खाएं? से भलीभांति परिचित हो चुके होंगे. अगर आपको Jujube ke Fayde aur Nuksanसे संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताये गए फायदे, नुकसान और उपयोग की कृषि दिशा कोई पुष्टि नहीं करता है. इस जानकारी को केवल सामान्य सूचना और सुझाव के रूप में लें. इनका उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें