अलसी की खेती / Flax Seed Farming / Alsi ki Kheti : अलसी की खेती / Flaxseed Cultivation को व्यापारिक तौर पर देखा जाये तो यह किसानो के लिए फायदे का सौदा हो सकती है. अलसी रबी के मौसम में उगाई जाने वाली बहुमूल्य औद्योगिक तिलहन फसलों में से एक है. अलसी की डिमांड को देखते हुए प्रति वर्ष अलसी की खेती का रकबा बढ़ता जा रहा है. भारत में अलसी की खेती (Linseed Cultivation in India) करीब 2.96 लाख हैक्टर क्षेत्र की जाती है, जो विश्व के कुल क्षेत्रफल का 15% है. अगर आप अलसी की खेती (Alsi ki Kheti) करने का मन बना चुके है तो आप इस आर्टिकल को जरूर पढें. अलसी की खेती करने के साथ-साथ Alsi ke Tel ke Fayde की जानकारी प्राप्त कर सकते है.

भारत में अलसी के स्थानीय नाम: अलसी (हिंदी, पंजाबी, गुजराती), जवास/अतासी (मराठी), तिशी (बंगाली), अगासी (कन्नड़), अविसेलु (तेलुगु), पेसी (उड़िया), अली विदाई (तमिल) , चेरुचना विथु (मलयालम)
भारत में प्रमुख अलसी उगाए जाने वाले राज्य:- मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, उड़ीसा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, नागालैंड, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना आदि.
भारत में अलसी की उन्नत किस्में : – शीला, गौरव, शेखर, पद्मिनी, जेएलएस-9, एनएल-97, शिखा, रश्मी, जीवन, मीरा , पार्वती आदि.
अलसी की खेती – Alsi ki kheti in Hindi
अगर अलसी की खेती वैज्ञानिक तरीके से की जाए तो इसकी फसल से अच्छी उजप लेकर किसान बढ़िया कमाई कर सकते है. अलसी खेती करने से पहले आपको उपयुक्त मिट्टी, जलवायु तथा तापमान आदि के इसके बारे में सभी जानकारी प्राप्त करनी होगी. तभी आप अलसी की उन्नत खेती कर सकते है. इसके अलावा आप Avocado ki Kheti, French Bean ki kheti, Kalonji ki kheti, Dalchini ki kheti, Chia Seeds ki kheti के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें.
जलवायु (Climate Required for Flax Seed Cultivation)
अलसी की खेती (Lineseed Farming) के लिए सर्दियों का मौसम सबसे बढ़िया माना जाता है. जिसके अंकुरण के दौरान 25 से 30 सेल्सियस तापमान तथा फसल पकने के समय 15 से 20 सेल्सियस तापमान होना चाहिए
भूमि (Soil Required for Flax Seed Cultivation)
अलसी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली काली भारी एवं दामोट मिट्टी उपयुक्त होती है. इसकी फसल के अच्छे विकास के लिए मिटटी का पीएचमान 6.5 से 7.5 के बीच होनी चाहिए
खेत की तैयारी (Land Preparation in Flax Seed Cultivation)
अलसी के लिए खेत की अच्छे से गहरी जुताई कर मिट्टी को भुरभुरी बनाकर समतल कर लें. ध्यान रखे अलसी की बुवाई से पहले खेत खरपतवार रहित और पर्याप्त नमी होनी चाहिए.
अलसी की बुवाई का समय (Sowing Time of Flax Seed)
अक्टूबर से नवंबर के पहले सप्ताह तक अलसी की बुवाई के लिए सबसे बढ़िया समय माना गया है.
बीज की दुरी
अलसी की बुवाई के समय कतार से कतार के बीच की दूरी 30 सेंमी तथा पौधे से पौधे की दूरी 5 से 7 सेंमी रखनी चाहिए.
बीज की गहराई
अलसी की बुवाई के समय बीज की गहराई का पर विशेष ध्यान देना चाहिए. बीज की बुवाई 3 से 4 सेंमी की गहराई पर करनी चाहिए.
बुवाई का तरीका (Sowing Method of Flax Seed)
अलसी की बुवाई छिड़काव विधि या मशीन के द्वारा पंक्तियों में कर सकते है.
बीज की मात्रा (Seed Rate in Flax Seed Cultivation)
अलसी की एक एकड़ फसल की बुवाई के लिए 12 किलोग्राम बीज / प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है.
बीज का उपचार
अलसी की बुवाई से पहले बीज को मेंकोजेब या बाविस्टिन या थीरम 2 ग्राम के साथ प्रति किलो के हिसाब से बीज को उपचारित करें
खाद एवं रासायनिक उर्वरक (Manures and Fertilizers in Flax Seed Cultivation)
अलसी की खेती के लिए खेत तैयार करते समय 5-6 क्विंटल गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट प्रति एकड़ के हिसाब से डालें. आवश्यकतानुसार खेत में रासायनिक उर्वरक डालें.
अलसी सीड खेती में कीट और रोग (Pests and Diseases in Flax Seed Cultivation)
अलसी की फसल पर मुख्य रूप से रस्ट, फुसैरियम विल्ट, सीडलिंग ब्लाइट और रूट रॉट, पस्मो, एस्टर येलो, और पॉसी मिल्ड्यू का प्रकोप रहता है. इन कीट व बीमारियों पर नियंत्रित पाने के लिए आप अपने नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क कर सकते है.
खरपतवार नियंत्रण Weed Control in Flax Seed Cultivation)
अलसी की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए समय-समय पर आवश्यकतानुसार निराई गुड़ाई करनी चाहिए.
अलसी की सिचाई (Irrigation in Flax Seed Cultivation)
अलसी की बुवाई करने के तुरंत बाद सिचाई करें. जब तक अलसी का अनुकरण पूरी तरह से नहीं हो जाता तबतक खेत में नामी बनाये रखे. अलसी की सिचाई मिट्टी और जलवायु के अनुसार समय समय पर करते रहे.
फसल की कटाई (Harvesting of Flax Seed Crop)
अलसी की फसल बुवाई के करीब 120 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. अलसी की फसल 75-80% भूरे रंग की हो जाये तब ही अलसी की कटाई करें.
अलसी से पैदावार (yield from linseed)
अलसी की फसल के पैदावार सिंचित खेती में 12-15 क्विंटल/हेक्टेयर तथा असिंचित खेती में 6-8 क्विंटल/हेक्टेयर तक प्राप्त हो जाती है.
अगर आपको Flax Seed Cultivation in India (Lineseed Farming in Hindi) से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.
Leave a Reply