• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
krishi-disha

  • सरकारी योजनाएं
  • बिजनेस
  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • बागवानी
  • मशीनरी
  • गैजेट्स
  • सरकारी जॉब्स
  • हेल्थ टिप्स
कृषि दिशा / खेती-बाड़ी / अलसी की खेती, कब और कैसे करें – All about Flax Seed Cultivation (Alsi ki Kheti) in Hindi

अलसी की खेती, कब और कैसे करें – All about Flax Seed Cultivation (Alsi ki Kheti) in Hindi

By: Krishi Disha | Updated at:16 January, 2023 google newsKD Facebook

Alsi ki Kheti (Flaxseed Cultivation): अलसी की खेती (Flax Seed Farming in Hindi) को व्यापारिक तौर पर देखा जाये तो यह किसानो के लिए फायदे का सौदा हो सकती है. अलसी रबी के मौसम में उगाई जाने वाली बहुमूल्य औद्योगिक तिलहन फसलों में से एक है. अलसी की डिमांड को देखते हुए प्रति वर्ष अलसी की खेती का रकबा बढ़ता जा रहा है. भारत में अलसी की खेती (Linseed Cultivation in India) करीब 2.96 लाख हैक्टर क्षेत्र की जाती है, जो विश्व के कुल क्षेत्रफल का 15% है. अगर आप अलसी की खेती (Alsi ki Kheti) करने का मन बना चुके है तो आप इस आर्टिकल को जरूर पढें. जाने Alsi ke Tel ke Fayde

Alsi ki Kheti
अलसी की खेती (Alsi ki Kheti) कैसे करें

भारत में अलसी के स्थानीय नाम: अलसी (हिंदी, पंजाबी, गुजराती), जवास/अतासी (मराठी), तिशी (बंगाली), अगासी (कन्नड़), अविसेलु (तेलुगु), पेसी (उड़िया), अली विदाई (तमिल) , चेरुचना विथु (मलयालम)

भारत में प्रमुख अलसी उगाए जाने वाले राज्य:- मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, उड़ीसा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, नागालैंड, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना आदि.

भारत में अलसी की उन्नत किस्में : – शीला, गौरव, शेखर, पद्मिनी, जेएलएस-9, एनएल-97, शिखा, रश्मी, जीवन, मीरा , पार्वती आदि.

अलसी की खेती – Alsi ki kheti in Hindi

अगर अलसी की खेती वैज्ञानिक तरीके से की जाए तो इसकी फसल से अच्छी उजप लेकर किसान बढ़िया कमाई कर सकते है. अलसी खेती करने से पहले आपको उपयुक्त मिट्टी, जलवायु तथा तापमान आदि के इसके बारे में सभी जानकारी प्राप्त करनी होगी. तभी आप अलसी की उन्नत खेती कर सकते है.

यह भी पढ़ेंः  आलू की खेती, कब और कैसे करें - All About Potato Farming (Aloo ki kheti) in Hindi

जलवायु (Climate Required for Flax Seed Cultivation)

अलसी की खेती (Lineseed Farming) के लिए सर्दियों का मौसम सबसे बढ़िया माना जाता है. जिसके अंकुरण के दौरान 25 से 30 सेल्सियस तापमान तथा फसल पकने के समय 15 से 20 सेल्सियस तापमान होना चाहिए

भूमि (Soil Required for Flax Seed Cultivation)

अलसी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली काली भारी एवं दामोट मिट्टी उपयुक्त होती है. इसकी फसल के अच्छे विकास के लिए मिटटी का पीएचमान 6.5 से 7.5 के बीच होनी चाहिए

खेत की तैयारी (Land Preparation in Flax Seed Cultivation)

अलसी के लिए खेत की अच्छे से गहरी जुताई कर मिट्टी को भुरभुरी बनाकर समतल कर लें. ध्यान रखे अलसी की बुवाई से पहले खेत खरपतवार रहित और पर्याप्त नमी होनी चाहिए.

अलसी की बुवाई का समय (Sowing Time of Flax Seed)

अक्टूबर से नवंबर के पहले सप्ताह तक अलसी की बुवाई के लिए सबसे बढ़िया समय माना गया है.

बीज की दुरी

अलसी की बुवाई के समय कतार से कतार के बीच की दूरी 30 सेंमी तथा पौधे से पौधे की दूरी 5 से 7 सेंमी रखनी चाहिए.

यह भी पढ़ेंः  पालक की खेती, कब और कैसे करें - All About Spinach Farming in Hindi

बीज की गहराई

अलसी की बुवाई के समय बीज की गहराई का पर विशेष ध्यान देना चाहिए. बीज की बुवाई 3 से 4 सेंमी की गहराई पर करनी चाहिए.

बुवाई का तरीका (Sowing Method of Flax Seed)

अलसी की बुवाई छिड़काव विधि या मशीन के द्वारा पंक्तियों में कर सकते है.

बीज की मात्रा (Seed Rate in Flax Seed Cultivation)

अलसी की एक एकड़ फसल की बुवाई के लिए 12 किलोग्राम बीज / प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है.

बीज का उपचार

अलसी की बुवाई से पहले बीज को मेंकोजेब या बाविस्टिन या थीरम 2 ग्राम के साथ प्रति किलो के हिसाब से बीज को उपचारित करें

खाद एवं रासायनिक उर्वरक (Manures and Fertilizers in Flax Seed Cultivation)

अलसी की खेती के लिए खेत तैयार करते समय 5-6 क्विंटल गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट प्रति एकड़ के हिसाब से डालें. आवश्यकतानुसार खेत में रासायनिक उर्वरक डालें.

अलसी सीड खेती में कीट और रोग (Pests and Diseases in Flax Seed Cultivation)

अलसी की फसल पर मुख्य रूप से रस्ट, फुसैरियम विल्ट, सीडलिंग ब्लाइट और रूट रॉट, पस्मो, एस्टर येलो, और पॉसी मिल्ड्यू का प्रकोप रहता है. इन कीट व बीमारियों पर नियंत्रित पाने के लिए आप अपने नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क कर सकते है.

यह भी पढ़ेंः  फसल के लिए सल्फर (Sulfur) का क्या महत्व है? जानिए फायदे तथा उपयोग

खरपतवार नियंत्रण Weed Control in Flax Seed Cultivation)

अलसी की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए समय-समय पर आवश्यकतानुसार निराई गुड़ाई करनी चाहिए.

अलसी की सिचाई (Irrigation in Flax Seed Cultivation)

अलसी की बुवाई करने के तुरंत बाद सिचाई करें. जब तक अलसी का अनुकरण पूरी तरह से नहीं हो जाता तबतक खेत में नामी बनाये रखे. अलसी की सिचाई मिट्टी और जलवायु के अनुसार समय समय पर करते रहे.

फसल की कटाई (Harvesting of Flax Seed Crop)

अलसी की फसल बुवाई के करीब 120 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. अलसी की फसल 75-80% भूरे रंग की हो जाये तब ही अलसी की कटाई करें.

अलसी से पैदावार (yield from linseed)

अलसी की फसल के पैदावार सिंचित खेती में 12-15 क्विंटल/हेक्टेयर तथा असिंचित खेती में 6-8 क्विंटल/हेक्टेयर तक प्राप्त हो जाती है.

अगर आपको Flax Seed Cultivation in India (Lineseed Farming in Hindi) से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.

यह भी पढें

माका रूट के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Maca Root Benefits and Side Effects in Hindi
Central Bank of India Apprentices Recruitment 2023: सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अप्रेंटिस भर्ती 2023 के लिए आवेदन जारी, इस डेट से पहले कर दें अप्लाई
NWDA Recruitment 2023 Online Application Form | नेशनल वाटर डिवेलपमेंट एजेंसी भर्ती 2023
SSC CHSL Result 2021 Released: एसएससी सीएचएसएल रिजल्‍ट यहाँ देखे, देखे DV शेड्यूल
UPBOCW Recruitment: अटल आवासीय विद्यालयों में 216 पदों के लये 31 मार्च तक करें आवेदन
सोडियम के फायदे, नुकसान एवं स्रोत – Sodium Benefits and Side Effects in Hindi

खेती-बाड़ी, बागवानी, मशीनरी, महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं से सम्बंधित विश्वसनीय समाचार सबसे पहले कृषि दिशा पर पढें.
Last Modified: 27 February, 2023 2:11 AM

पोस्ट से संबंधित आर्टिकल

Turmeric Farming
हल्दी की खेती, कब और कैसे करें-All about Turmeric Farming (Haldi ki Kheti) in Hindi
Malabar Neem Farming
Malabar Neem Farming: मालाबार नीम की खेती कब और कैसे करे जाने पूरी जानकरी
Bathua ki Kheti
बथुआ की खेती, कब और कैसे करें-All about Bathua Farming (Bathua ki Kheti) in Hindi
Kali Mirch ki Kheti
काली मिर्च की खेती, कब और कैसे करें-All about Black Pepper Farming in Hindi
Elaichi ki Kheti
इलायची की खेती, कब और कैसे करें-All about Cardamom Farming (Elaichi ki Kheti) in Hindi
Isabgol ki kheti
ईसबगोल की खेती, कब और कैसे करें – All about Isabgol Farming (Isabgol ki Kheti) in Hindi

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Fayde aur Nuksan

  • माका रूट के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Maca Root Benefits and Side Effects in Hindi

    सोडियम के फायदे, नुकसान एवं स्रोत – Sodium Benefits and Side Effects in Hindi

    टमाटर के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Tomato Benefits and Side Effects in Hindi

    मेपल सिरप के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Maple Syrup Benefits and Side Effects in Hindi

    अरबी के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Taro Root Benefits and Side Effects in Hindi

    नीम जूस के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Neem Juice Benefits and Side Effects in Hindi

    निर्गुण्डी के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Nirgundi Benefits and Side Effects in Hindi

    पनीर के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – Paneer Benefits and Side Effects in Hindi

    करी पत्ते के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – All About Curry Leaves Benefits in Hindi

    इलायची के फायदे, नुकसान एवं उपयोग – All About Cardamom (Elaichi ) Benefits in Hindi

Vegetable Farming

  • बथुआ की खेती, कब और कैसे करें-All about Bathua Farming (Bathua ki Kheti) in Hindi

    जुकिनी की खेती, कब और कैसे करें – All about Zucchini Cultivation in Hindi

    कुंदरू की खेती, कब और कैसे करें – All about Ivy Gourd Cultivation in Hindi

    शकरकंद की खेती, कब और कैसे करें – All about Sweet Potato Farming in Hindi

    कटहल की खेती, कब और कैसे करें – All about Jackfruit Cultivation (Kathal ki Kheti) in Hindi

Medicinal & Aromatic Crops

  • हल्दी की खेती, कब और कैसे करें-All about Turmeric Farming (Haldi ki Kheti) in Hindi

    Malabar Neem Farming: मालाबार नीम की खेती कब और कैसे करे जाने पूरी जानकरी

    बथुआ की खेती, कब और कैसे करें-All about Bathua Farming (Bathua ki Kheti) in Hindi

    काली मिर्च की खेती, कब और कैसे करें-All about Black Pepper Farming in Hindi

    इलायची की खेती, कब और कैसे करें-All about Cardamom Farming (Elaichi ki Kheti) in Hindi

Fruit Farming

  • ड्रैगन फ्रूट के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Dragon Fruit Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    एवोकैडो की खेती, कब और कैसे करें – All about Avocado Cultivation in Hindi

    खुबानी की खेती, कब और कैसे करें – All about Apricot Cultivation in Hindi

    खजूर की खेती, कब और कैसे करें – All about Date Palm Cultivation (Khajoor Ki kheti) in Hindi

    शरीफा की खेती, कब और कैसे करें – All about Custard Apple Farming in Hindi

सरकारी योजनाएं

  • PM Awas Yojana
  • Public Provident Fund
  • PM Kisan
  • UP Krishi Upkaran
  • UP Scholarship
  • UP Agriculture
  • Manav Sampada
  • UP Free Tablet Yojana
  • Sukanya Samriddhi Yojana
  • EPF Account
  • NREGA Job Card
  • PM Jan Arogya Yojana

महत्वपूर्ण लिंक

  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • मशीनर
  • हेल्थ टिप्स
  • Gadgets
  • Sarkari Yojana
  • Business Ideas
  • Entertainment
  • Sarkari Result
  • Free Job Alert
  • Education
  • KVK Uttar Pradesh
  • KVK Bihar

Footer

सरकारी योजनाएं

PM Awas Yojana Public Provident Fund
PM Kisan UP Krishi Upkaran
UP Scholarship UP Agriculture
Manav Sampada UP Free Tablet Yojana
Sukanya Samriddhi Yojana EPF Account
NREGA Job Card PM Jan Arogya Yojana

महत्वपूर्ण लिंक

  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • मशीनर
  • हेल्थ टिप्स
  • Gadgets
  • Sarkari Yojana
  • Business Ideas
  • Entertainment
  • Sarkari Result
  • Free Job Alert
  • Education
  • KVK Uttar Pradesh
  • KVK Bihar

संपर्क जानकारी

About Us Contact Us
Follow us
FacebookTwitter
InstagramYou Tube
google news

Copyright © 2023 Krishi Disha All Rights Reservedगोपनीयता नीतिसाइटमैपवापस जाएँ।