• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
krishi-disha

  • सरकारी योजना
  • बिजनेस
  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • बागवानी
  • मशीनरी
  • गैजेट्स
  • सरकारी जॉब्स
  • फायदे और नुकसान
कृषि दिशा / Aushadhi Fasal Cultivation / एलोवेरा की खेती, कब और कैसे करें? | Aloe Vera Cultivation in Hindi

एलोवेरा की खेती, कब और कैसे करें? | Aloe Vera Cultivation in Hindi

By: Krishi Disha | Updated at:12 September, 2022 google newsKD Facebook

एलोवेरा की खेती / Aloe Vera Farming / Aloe Vera ki kheti : एलोवेरा खेती / Aloe Vera Cultivation कैसे करें? यह प्रश्न किसानों के बीच हमेशा घूमता रहता है. किसानो के इसी प्रश्न के बारे में इस लेख के जरिये बात करेंगे. Aloe Vera Cultivation के लिए ज़रूरी जलवायु, खेती के लिए उपयोगी मिट्टी, खेती का सही समय, एलोवेरा खेती की तैयारी कैसे करें, ऐलोवेरा की उन्नत किस्में, सिंचाई और उर्वरक प्रबंधन, रोग एवं कीट प्रबंधन कैसे करें, मार्केटिंग एवं लागत व कमाई आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किसान भाई इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढें. एलोवेरा की खेती करने के साथ-साथ Aloe Vera Juice ke Fayde की जानकारी प्राप्त कर सकते है.

Aloe Vera Farming
एलोवेरा की खेती के लिए जाने जरुरी बातें

एलोवेरा की खेती की पूरी जानकारी / Aloe Vera Farming

एलोवेरा फार्मिंग (Aloe Vera Farming) के जलवायु

एलोवेरा की खेती के लिए गर्म आर्द्र से शुष्क और गर्ग जलवायु उपयुक्त मणि गई है. इसकी खेती शुष्क क्षेत्रों से लेकर सिंचित मैदानी क्षेत्रों में की जा सकती है. इसकी खेती एक लिए औसत तापमान 20-22 डिग्री सेंटीग्रेड की आवश्यकता होती है. इसके अलावा आप Dragon Fruit ki Kheti, Strawberry ki kheti, Karela ki Kheti, Chukandar ki Kheti, Button Mushroom ki Kheti के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें.

एलोवेरा खेती के लिए उपयोगी मिट्टी

यह फसल किसी भी प्रकार की मिटटी में हो जाती है. लेकिन रेतीली मिट्टी इसके लिए सबसे अच्छी मानी गई है.
इसके अलावा इसकी खेती काली मिट्टी में भी की जा सकती है. घृतकुमारी की खेती के लिए पीएच मान 8.5 से अधिक नहीं होना चाहिए और किसानो को जलभरव वाली मिट्टी में इसकी खेती करने से बचाना चाहिए.

ग्वारपाठा की खेती के लिए खेत तैयारी व खाद

किसान भाई सबसे पहले खेत की 2-3 बार जुताई कर लें. अंतिम जुताई के समय 10-15 टन गोबर की खाद डाल कर जुताई कर दे.

एलोवेरा की उन्नत किस्में / Improved Varieties of Aloe Vera

ग्वारपाठा की खेती के लिए हमेसा हाइब्रिड किस्मों का चुनाव करना चाहिए. क्योकि एलोवेरा हाइब्रिड किस्मों से पल्प की मात्रा अधिक प्राप्त होती है. भारत में ऐलोवेरा की कई उन्नत किस्में विकसित हो चुकी हैं. जैसे – आई.सी1-11271,आई.सी.-111280, आई.सी.-111269 और आई.सी.- 111273 का व्यावसायिक तौर पर उत्पादन किया जा सकता है। इन किस्मों में पाई जाने वाली एलोडीन की मात्रा 20 से 23 प्रतिशत तक होती है.

एलोवेरा की बुवाई का समय / Aloe Vera Sowing Time

वैसे तो इसकी खेती सर्दियों को छोड़कर साल भर की जाती लेकिन ऐलोवेरा के पौधे को जुलाई-अगस्त में लगाना ज़्यादा उचित होता है. इसके पौधों की रोपाई के लिए फरवरी-मार्च का महीना भी उपयुक्त माना गया है.

एलोवेरा की रोपण विधि / Aloe Vera Planting Method

  • एलोवेरा के बेबी प्लांट 2 मीटर की दूरी पर लगाने होंगे
  • हर केरी में भी 2 मीटर की दूरी होनी चाहिए

सिंचाई और उर्वरक प्रबंधन

घृतकुमारी (ऐलोवेरा) की खेती के लिए मिट्टी में सदैव नमी होनी चाहिए. ऐलोवेरा में आप 10-15 दिनों में सिंचाई कर सकते हैं. गोबर की खाद का इस्तेमाल करने से पौधे की बढ़वार तेजी से होती है और किसान एक वर्ष में एक से अधिक कटाई कर सकता है.

नराई/गुड़ाई

अधिक उपज लेने के लिए बुबाई के एक महीने बाद पहली निकाई गुड़ाई कर देनी चाहिए. समय-समय पर खरपतवार निकालते रहना चाहिए. साल में 2-3 गुड़ाई कर देनी चाहिए.

एलोवेरा में रोग एवं कीट प्रबंधन कैसे करें

एलोवेरा की फसल में मैली बग आने का खतरा अधिक रहता है और बड़ी बीमारी पत्तियों पर दाग पड़ना. एलोवेरा निराई योजना के लिए0. 1% पैराथियान या 0.2% मैलाथियान के जलीय घोल का छिड़काव करना आवश्यक है.

एलोवेरा की उपज / Yield of Aloe Vera

इस की फसल से प्रति वर्ष एक एकड़ से 20000 कि०ग्रा० घृतकुमारी (ऐलोवेरा) प्राप्त किया जा सकता है.

एलोवेरा की खेती के लिए मार्केटिंग और लागत व कमाई

एलोवेरा एक नगदी फसल होने की वजह से इसकी खेती में अपार संभावनाएं हैं. इसकी खेती भारत के लगभग सभी राज्यों में होती है. पतंजलि, डाबर, बैद्यनाथ, रिलायंस कई बड़ी कंपनियां किसानों से सीधे ऐलोवेरा की फसल खरीद लेती हैं. कुछ ऐसी भी कंपनी जो एलोवेरा की खेती के लिए किसानों से अनुबंध करती है, वे पौधे मुहैया करवाने के बाद खेत पर पहुंचकर फसल की उपज खरीदी भी करती है. ये कंपनियां किसानों को एलोवेरा के लिए मार्केट उपलब्ध भी करवा रही है.

ऐलोवेरा की खेती में लागत की बात करें तो लागत 50,000 प्रतिहेक्टेयर से शुरू होती है. इसकी मोटी पत्तियों की देश की विभिन्न मंडियों में कीमत लगभग 15,000 से 25,000 रुपए प्रति टन तक मिल जाती है जिससे किसान मोटी कमाई कर सकता है. लेकिन पल्प निकालकर बेचने पर किसानों को 4 से 5 गुना ज्यादा मुनाफा सकता है

अगर आपको Aloe Vera ki kheti / Aloe Vera Farming से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.

खेती-बाड़ी, बागवानी, मशीनरी, सरकारी योजनाओं, बिज़नेस आईडिया, पशुपालन, लाइफ स्टाइल एग्रीकल्चर सरकारी जॉब्स, उन्नत उद्योग और कृषि विज्ञान केंद्र से सम्बंधित विश्वसनीय जानकारी सबसे पहले कृषि दिशा पर पढें.
Last Modified: 3 August, 2023

नवीनतम लेख

SJE Scholarship Portal | एस जे ई स्कॉलरशिप पोर्टल राजस्थान आवेदन प्रक्रिया
राजस्थान में कुल कितने जिले हैं ? Rajasthan Me Kitne Jile Hai
Rajasthan Mehngai Rahat Camp List | राजस्थान महंगाई राहत कैंप आपके गाँव और शहर मे कब और कहाँ लगेगा, जाने
DLC Rate Rajasthan | राजस्थान डीएलसी रेट यहाँ देखें
PM Fasal Bima Yojana | पीएम फसल बीमा योजना के लिए करें ऑनलाइन आवेदन
Rajasthan Fasal Bima List : राजस्थान फसल बीमा लाभार्थी सूची चेक करें

पोस्ट से संबंधित आर्टिकल

Malabar Neem Farming
मालाबार नीम की खेती कब और कैसे करे? | Malabar Neem Cultivation in Hindi
Isabgol ki kheti
ईसबगोल की खेती, कब और कैसे करें ? | Isabgol Cultivation in Hindi
chia seeds kheti
चिया सीड्स की खेती, कब और कैसे करें? | Chia Seeds Cultivation in Hindi
Mehndi ki Kheti
मेहंदी की खेती, कब और कैसे करें? | Henna Cultivation in Hindi
Safed Musli ki Kheti
सफेद मूसली की खेती, कब और कैसे करें? | Safed Musli Cultivation in Hindi
Lemon Grass Farming
लेमन ग्रास की खेती, कब और कैसे करें? | Lemon Grass Cultivation in Hindi

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

लेटेस्ट

  • SJE Scholarship Portal | एस जे ई स्कॉलरशिप पोर्टल राजस्थान आवेदन प्रक्रिया
  • राजस्थान में कुल कितने जिले हैं ? Rajasthan Me Kitne Jile Hai
  • Rajasthan Mehngai Rahat Camp List | राजस्थान महंगाई राहत कैंप आपके गाँव और शहर मे कब और कहाँ लगेगा, जाने
  • DLC Rate Rajasthan | राजस्थान डीएलसी रेट यहाँ देखें
  • PM Fasal Bima Yojana | पीएम फसल बीमा योजना के लिए करें ऑनलाइन आवेदन

Fayde aur Nuksan

  • नाशपाती के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Pears (Nashpati) Benefits and Side Effects

    घी के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Desi Ghee Benefits in Hindi

    ब्रोकली के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Broccoli Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    काला नमक के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Black Salt Benefits in Hindi

    काली किशमिश के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Black Raisins Eating Benefits and Side Effects

    कमरख के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Kamrakh Eating Benefits and Side Effects

    लेमन टी के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Lemon Tea Benefits and Side Effects in Hindi

    माका रूट के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Maca Root Benefits and Side Effects in Hindi

    सोडियम के फायदे, नुकसान एवं स्रोत | Sodium Eating Benefits and Side Effects in Hindi

    टमाटर के फायदे, नुकसान एवं उपयोग | Tomato Benefits and Side Effects in Hindi

Vegetable Farming

  • बथुआ की खेती, कब और कैसे कर | Bathua Cultivation in Hindi

    फ्रेंच बीन्स की खेती, कब और कैसे करें | French Bean Cultivation in Hindi

    जुकिनी की खेती, कब और कैसे करें | Zucchini Cultivation in Hindi

    कुंदरू की खेती, कब और कैसे करें | Ivy Gourd Cultivation in Hindi

    शकरकंद की खेती, कब और कैसे करें | Sweet Potato Cultivation Farming in Hindi

Medicinal & Aromatic Crops

  • मालाबार नीम की खेती कब और कैसे करे? | Malabar Neem Cultivation in Hindi

    ईसबगोल की खेती, कब और कैसे करें ? | Isabgol Cultivation in Hindi

    चिया सीड्स की खेती, कब और कैसे करें? | Chia Seeds Cultivation in Hindi

    मेहंदी की खेती, कब और कैसे करें? | Henna Cultivation in Hindi

    सफेद मूसली की खेती, कब और कैसे करें? | Safed Musli Cultivation in Hindi

Fruit Farming

  • एवोकैडो की खेती, कब और कैसे करें ? | Avocado Cultivation in Hindi

    खुबानी की खेती, कब और कैसे करें | Apricot Cultivation in Hindi

    शरीफा की खेती, कब और कैसे करें | Custard Apple Cultivation in Hindi

    अंगूर की खेती, कब और कैसे करें | Grapes Cultivation in Hindi

    किन्नू की खेती, कब और कैसे करें | Kinnow Cultivation in Hindi

Footer

सरकारी योजनाएं

Government Schemes UP Sarkari Yojana
Bihar Sarkari YojanaRajasthan Sarkari Yojana
Madhya Pradesh Yojana HP Sarkari Yojana
Haryana Sarkari Yojana राज्यवार योजना सूची

महत्वपूर्ण लिंक

  • फायदे और नुकसान
  • खेती-बाड़ी
  • पशुपालन
  • मशीनरी
  • गैजेट
  • Business Ideas
  • Sarkari Jobs
  • KVK Uttar Pradesh
  • KVK Bihar

संपर्क जानकारी

FacebookTwitter
InstagramYou Tube
google news

Copyright © 2023 Krishi Disha All Rights Reservedहमारे बारे में संपर्क गोपनीयता नीतिसाइटमैपवापस जाएँ।